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29 व 30 सितंबर को छिंदवाड़ा में मक्का महोत्सव, नागपुर से निवेश की आस
डिजिटल डेस्क, नागपुर। छिंदवाड़ा के जिलाधीश वेदप्रकाश ने कहा कि रेत के अवैध उत्खनन पर लगाम लगाने के साथ ही नागपुर में होने वाली रेत तस्करी रोकने के लिए पुख्ता कदम उठाए जाएंगे। छिंदवाड़ा में होने वाले दो दिवसीय मक्का महोत्सव के सिलसिले में नागपुर के कारोबारियों से चर्चा करने आए जिलाधीश वेदप्रकाश ने दैनिक भास्कर के संपादकीय सहयोगियों से चर्चा के दौरान बताया कि छिंदवाड़ा में रेत के अलावा बड़े पैमाने पर ग्रेनाइट व मिनरल है। रेत संग्रहण की अनुमति होने से छिंदवाड़ा में आसानी से रेत उपलब्ध है, वहीं नागपुर में ऐसी स्थिति नहीं होने से छिंदवाड़ा से नागपुर रेत तस्करी बढ़ने के साथ ही रेत का अवैध उत्खनन भी हो रहा है। रेत के अवैध उत्खनन व तस्करी पर लगाम लगाई जाएगी।
सोयाबीन की जगह मक्के ने ली
छिंदवाड़ा में 29 व 30 सितंबर को मक्का महोत्सव है आैर इसकी सफलता के लिए हर मुमकीन कदम उठाए जा रहे है। कम लागत में किसान मक्के की पैदावार कर सकते हैं। इसे मार्केट भी आसानी से उपलब्ध हो जाता है। उन्होंने दावा किया कि सोयाबीन की जगह मक्के ने ली है। किसान इसमें दिलचस्पी ले रहे है। मध्यप्रदेश में जितना मक्के का उत्पादन होता है, उसका एक तिहाई अकेले छिंदवाड़ा जिले में होता है। 13 लाख टन से ज्यादा मक्का होता है।
दो दिवसीय मक्का महोत्सव में उद्यमियों के साथ ही संशोधक भी शामिल होंगे। उद्योग जगत में मक्के से कई चीजे बन रही है। महोत्सव में मक्के के स्टाल भी लगेंगे। फूड प्रोडक्ट भी यहां एक्सपोजर मिलेगा। नागपुर समेत अन्य जगहों से भी उद्यमी यहां आएंगे। नागपुर में वेद के पदाधिकारियों से चर्चा हुई, उन्हें लाने की काेशिश हो रही है। यह निवेशक को लाने का प्रयास है। नागपुर के निवेशक इसमें कैसे भागीदार कर सकते है, मक्के के कितने प्रोडक्ट है, इस पर चर्चा हुई है। मके से पैक्टी, इथेनाल, स्टार्च, जानवरों का फूड, पोल्ट्री फूड बनता है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने हाल ही में इथेनाल के लिए एक निती बनाई है। कम गुणवत्ता के मक्का से इथेनाल बनता है। इससे भविष्य में सस्ता इंधन उपलब्ध हो सकेगा।
Created On :   15 Sep 2018 11:44 AM GMT