- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- छिंदवाड़ा
- /
- मलेरिया अलट... जिले के 16 गांव...
मलेरिया अलट... जिले के 16 गांव हाईरिस्क, टीम करेगी बचाव के उपाए

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। आईडीएसपी की रिपोर्ट के आधार पर स्वास्थ्य विभाग ने जिले के 16 गांवों को हाईरिस्क पर रखा है। इन गांवों में मलेरिया के एक या एक से अधिक मरीज मिल चुके है। आईडीएपी की रिपोर्ट के आधार पर इन गांवों को चिन्हित किया गया है। अब मलेरिया विभाग की टीम यहां बचाव के उपाए किए जा रहे है।
मलेरिया विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक सौंसर, बिछुआ, मोहखेड़, पिंडरईकला, चौरई, अमरवाड़ा ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले 16 गांव ऐसे हैं जहां पूर्व में मलेरिया के पेशेंट मिल चुके है और यहां मच्छरदानी का वितरण नहीं किया गया है। उन गांवों में कीटनाशक का छिडक़ाव किया जाएगा। इसके लिए छह टीम गठित की गई है।
पिछले साल 183 मलेरिया व 241 डेंगू पेशेंट मिल चुके-
जिले के अलग-अलग ब्लॉक में पिछले साल 183 मलेरिया और 241 डेंगू पेशेंट मिल चुके है। इस साल जनवरी से अभी 21 मलेरिया संक्रमित मिले है। शहरी क्षेत्र में डेंगू पेशेंट सर्वाधिक मिले थे। जुलाई से अक्टूबर के बीच मलेरिया और डेंगू मरीजों की संख्या बढ़ती है।
842 गांव में हो चुका मच्छरदानी का वितरण-
मलेरिया विभाग के मुताबिक पिछले साल हर्रई में 13, बिछुआ, मोहखेड़, तामिया में दो-दो और चौरई व जुन्नारदेव में एक-एक पेशेंट मिल चुके हैं। संवेदनशील ब्लॉक हर्रई समेत जिले के 842 गांवों में चार लाख से अधिक मच्छरदानियों का वितरण किया जा चुका है।
इन संवेदनशील गांवों में होगा दवा का छिडक़ाव...
ब्लॉक गांव
सौंसर ऊटेकांटा, घड़ेलामाल
बिछुआ देवनदी, चिचोली, गुमतरा
मोहखेड़ कुकड़ीखापा, ग्वारा, करलाकला, पिंडरईकला, ककई
चौरई चोरबतरी, जमतरा, सीताझिर
अमरवाड़ा बंदराढ़ाना, धतुरिया, पिपरियाभारती, पीपरपानी
क्या कहते हैं अधिकारी-
जिले के 16 गांव जहां पूर्व में मलेरिया के पेशेंट मिल चुके है। वहां टीम द्वारा कीटनाशक का छिडक़ाव किया जाएगा ताकि मलेरिया और डेंगू फैलाने वाले मच्छरों के लार्वा नष्ट किए जा सके। ऐसे गांव जहां मच्छरदानी का वितरण किया गया है वहां कीटनाशक का छिडक़ाव नहीं होगा।
- डॉ. देवेन्द्र भालेकर, जिला मलेरिया अधिकारी
Created On :   11 Jun 2022 10:48 PM IST