मलेशियाई कंपनी 'फ्यूचर बिट' ने लगाया भारतीयों को करोड़ों का चूना

Malaysian company Future Bit crores millions of rupees from Indians
मलेशियाई कंपनी 'फ्यूचर बिट' ने लगाया भारतीयों को करोड़ों का चूना
मलेशियाई कंपनी 'फ्यूचर बिट' ने लगाया भारतीयों को करोड़ों का चूना

डिजिटल डेस्क,नागपुर। छोटे से निवेश से करोड़ों का फायदा होने का झांसा देकर मलेशियाई कंपनी ने सैकड़ों भारतीयों को निशाना बनाकर करोड़ों की ठगी को अंजाम दिया है। ठगे गए लोगों में नागपुर के भी 23 लोग शामिल है। ठगी का शिकार होने के बाद सभी ने प्रताप नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई है।

गौरतलब है कि मलेशिया में "फ्यूचर बिट" नाम की कंपनी है। इसके संचालक माइक लुसी उर्फ बहादुद्दीन यूनुस सिद्दीकी और रोमजी बिन अहमद मलेशिया के ही रहने वाले हैं। लोगों का आरोप है कि इसी साल 5 मार्च को ये दोनों नागपुर आए थे। वर्धा रोड के एक बड़े होटल में बाकायदा एक भव्य कार्यक्रम हुआ। इसमें नागपुर के अलावा मुंबई, पुणे, नाशिक, शिर्डी, औरंगाबाद आदि शहरों से 60-70 लोग शामिल हुए थे। कार्यक्रम में माइक लुसी और रोमजी ने छोटे से निवेश में करोड़ों रुपए कमाने का झांसा दिया। दरअसल निवेशकों को यह बताया गया था कि उन्हें प्रतिदिन 1.05 दर से ब्याज मिलेगा। कुछ लोगों को शुरुआती दौर में ब्याज मिला भी है। जैसे-जैसे भारत में निवेशकों की संख्या बढ़ी। कंपनी ने ब्याज देना बंद कर दिया। इस बीच मई में कंपनी ने अपनी वेबसाइट भी बंद कर दी। कंपनी से संपर्क न होने से निवेशकों में पैसे कमाने की उम्मीद भी खत्म हो गई।

फेसबुक पोस्ट से झांसा
इसी साल फरवरी में "फ्यूचर बिट" की एक पोस्ट नागपुर के प्रताप नगर निवासी मयूरेश किशोर गणोरकर के फेसबुक पर भी आई थी। इससे मयूरेश भी कार्यक्रम में गए थे। अन्य लोगों की तरह मयूरेश भी कंपनी के संचालकों के झांसे में आ गए। उसने यह बात अपने रिश्तेदार और मित्रों को भी बताई। लिहाजा सभी ने मिलकर 25 "बिट क्वाइन" अहमदाबाद के झेबपे प्राइवेट लिमिटेड से खरीद लिए। इसकी उस समय कीमत 26 लाख रुपए और वर्तमान में 78 लाख रुपए है। इस बीच "बिट क्वाइन" खरीदने के बाद मयूरेश लगातार ऑनलाइन कंपनी के संपर्क में रहे। ठगे जाने का एहसास होने पर मयूरेश ने इसकी प्रताप नगर थाने में शिकायत की थी। 

कंपनी के संचालकों ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ठगी का जाल फैला रखा था। इसके लिए भारत भर में अच्छे कमीशन पर एजेंट नियुक्त किए गए थे।  यही एजेंट सोशल मीडिया के जरिए ठगी का जाल फैलाया करते थे। बाद में उन्हीं एजेंट के जरिए विविध शहरों और महानगरों के बड़े-बड़े होटलों में कार्यक्रम आयोजित कर बड़े-बड़े सपने दिखाए गए। मामला सामने आने के बाद अपराध शाखा के आर्थिक विभाग को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई। पता चला है कि सिर्फ नागपुर में ही "फ्यूचर बिट" कंपनी के 23 से ज्यादा निवेशक हैं। पूरे महाराष्ट्र में इनकी संख्या 400-500 है। इन सभी निवेशकों को 4-5 करोड़ रुपए का चूना लगा है। 

क्या है "बिट क्वाइन" 
बिट क्वाइन डिजिटल मनी है। इसे क्रिप्टो करेंसी कहा जाता है। इसका इस्तेमाल वस्तुओं की खरीदी-बिक्री में होता है। बहुत कम लोग इसके बारे में जानते हैं। इसके माध्यम से भविष्य में मोटी कमाई के चक्कर में लोग ठगी का शिकार हो जाते हैं। बिट क्वाइन पर भारत सरकार ने 2009 से प्रतिबंध लगा रखा है। भारत में एकमात्र गुजरात के अहमदाबाद स्थित झेबपे प्रायवेट लिमिटेड नामक कंपनी को इसकी खरीदी-बिक्री करने की अनुमति मिली होने की जानकारी निवेशकों को थी।

Created On :   30 Aug 2017 10:49 AM IST

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