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फैमिली कोर्ट में तोड़-फोड़,गुस्साए शख्स ने मचाया उत्पात

डिजिटल डेस्क, नागपुर। पुलिस और कोर्ट एरिया में लोग खुद को सेफ . सिक्योर समझते हैं लेकिन कई बार ऐसा वाकया सामने आ जाता है जिसमें ये भी जगह लोगों के लिए सुरक्षित नहीं रहती। एक ऐसे ही मामले में फैमिली कोर्ट में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक शख्स ने कोर्ट में सामान उठाकर फेंकने लगा । घटना से कोर्ट को काफी नुकसान हुआ है।
प्रहार से टूटा स्टैंड
जानकारी के अनुसार शहर के सिविल लाइंस स्थित पारिवारिक न्यायालय में मंगलवार को एक युवक ने जमकर उत्पात मचाया। गणेशपेठ निवासी आरोपी कृष्णा श्रीवास मंगलवार को दोपहर करीब 1.30 बजे पारिवारिक न्यायालय पहुंचा और मुख्य गेट पर तैनात सुरक्षा कर्मियों के सामने ही जोर-जोर से चीखने लगा और हेलमेट पटक दिया। कोई कुछ समझ पाता इसके पहले ही आरोपी ग्राउंड फ्लोर से भागता हुआ पहली मंजिल पर पहुंच गया और बार काउंसिल ऑफ गोवा एंड महाराष्ट्र के कक्ष से कुर्सी उठाकर नीचे फेंक दिया। इसके बाद आरोपी सीधे कोर्ट क्रमांक-3 में जबरन दाखिल हुआ। लंच का समय होने के कारण न्यायाधीश पलक जामदार अपने चेंबर में थीं। चिखता-चिल्लाता आरोपी कोर्ट रूम में दाखिल हुआ और उसने वहां रखी प्लास्टिक की कुर्सी उठाकर सीधे व्यासपीठ की ओर फेंक दी। प्रहार इतना तीव्र था कि न्यायाधीश जामदार की मेज पर रखा कांच का स्टैंड टूट गया, साथ ही जिस कुर्सी पर महिला जज बैठती हैं, वह भी पलट कर गिर गई। कोर्ट और व्यासपीठ पर एकाएक हुए इस हमले से हर कोई सकते में आ गया। कोर्ट परिसर में आपा-धापी की स्थिति बन गई।
आरोपी से बचने के लिए फैमिली कोर्ट में इधर से उधर भागने लगे लोग
उल्लेखनीय है कि पारिवारिक न्यायालय में अधिकांश महिलाएं और उनके छोटे बच्चे मौजूद होते हैं। पारिवारिक न्यायालय बार एसोसिएशन उपाध्यक्ष एड.श्याम आंभोरे ने बताया कि आरोपी का यह उपद्रव देख कर हर कोई खुद को सुरक्षित रखने के लिए भाग रहा था। इस सब के बाद कोर्ट परिसर की सुरक्षा में मौजूद पुलिसकर्मियों, अधिवक्ताओं और कर्मचारियों ने मिलकर आरोपी पर काबू पाया। एड.आंभोरे ने इस हादसे को पारिवारिक न्यायालय की सुरक्षा में बड़ी चूक बताया है। उन्होंने पारिवारिक न्यायालय की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है।
चल रहा है तलाक का केस
प्राप्त जानकारी के अनुसार, आरोपी ने वर्ष 2015 में पारिवारिक न्यायालय में पत्नी से तलाक के लिए मुकदमा दायर कर रखा था। पत्नी की आर्थिक स्थिति ठीक न होने से पारिवारिक न्यायालय से उसे लीगल एड के तहत नि:शुल्क वकील दिया गया था। आरोपी इससे गुस्से में था और प्रकरण की सुनवाई कर रही न्यायाधीश जामदार से मुलाकात करने की कोशिश कर रहा था। हंगामा करते हुए बार-बार वह जज से मिलने देने की बात कह रहा था। करीब 1 घंटे तक इस घटना से कोर्ट परिसर में हड़कंप मचा रहा। बाद में सीताबर्डी पुलिस ने कोर्ट पहुंच कर आरोपी को हिरासत में लिया। समाचार लिखे जाने तक आरोपी के खिलाफ धाराएं तय नहीं की गई थी।
Created On :   24 Jan 2018 11:51 AM IST