झिरपा में पकड़ा गया आदमखोर बाघ - घर से नहीं निकल पा रहे थे ग्रामीण 

Man-eating tiger caught in Jhirpa - villagers were unable to leave the house
झिरपा में पकड़ा गया आदमखोर बाघ - घर से नहीं निकल पा रहे थे ग्रामीण 
झिरपा में पकड़ा गया आदमखोर बाघ - घर से नहीं निकल पा रहे थे ग्रामीण 

डिजिटल डेस्क  छिंदवाड़ा/झिरपा। झिरपा सहित आसपास के क्षेत्रों में दहशत का पर्याय बन चुके आदमखोर बाघ को वनविभाग की टीम ने धरदबोचा। तीन दिनों तक सर्च अभियान चलाने के बाद वनविभाग की टीम को शनिवार को सफलता मिली। झिरपा-मटकुली के पास इस बाघ को पकडऩे के लिए एसटीआर और वनविभाग की टीम ने जो जाल बिछाया तो उसमें वे कामयाब रहें। बाघ को पकड़ कर टीम भोपाल की ओर रवाना हो गई है। 
जानकारी के मुताबिक पिछले दिनों मटकुली के समीप मेहंदीगांव में बाघ द्वारा एक महिला को अपना शिकार बनाया गया था। तब से आसपास के गांव में दहशत का माहौल बना हुआ था। मटकुली के 6 किलोमीटर दूर चाखला गांव के पास वन विभाग द्वारा आदमखोर बाघ को पकडऩे के लिए पिंजरा लगाया गया था। वहीं सतपुड़ा रिजर्व फॉरेस्ट की बीट से दो हाथियों को भी बुलाया गया था। शनिवार को वनविभाग की टीम ने मेहंदीखेड़ा के समीप भैंस के बच्चे को बांधकर  बाघ को पकडऩे के लिए पिंजरा लगाया था। जैसे ही बाघ ने भैंस के बच्चे का शिकार किया। मौके पर हाथियों के ऊपर सवार वनविभाग के दल ने नशीला डाट से बाघ को बेहोश कर दिया। उसके बाद डॉ. गुरुदत्त शर्मा ने बाघ की स्वास्थ्य जांच करते हुए पाया कि बाघ काफी लंबे समय से भूखा था। जांच के बाद बाघ को विशेष वाहन से सुरक्षित क्षेत्र पहुंचा दिया गया हैं। 
एक दर्जन गांवों में अलर्ट, भय के माहौल में रह रहे थे ग्रामीण 
बाघ के हमले की घटनाओं के बाद झिरपा सहित आसपास के एक दर्जन गांवों मेें भय का माहौल था। वनविभाग का अमला भी इन गांवों में लगातार गश्ती करते हुए घटनाओं पर नजर रखें हुए था। झिरपा सहित रैनीखैड़ा, गुरंगला, मीराकोटा, सावरपानी, सहावन, मानकवाड़ा, माहुलझिर, कोटपानी, कररे, पुरतला, खारा और टापरवानी में मुनादी करवाकर लोगों को जागरुक किया जा रहा था। 
बांधवगढ़ से लाया गया था 
जिस आदमखोर बाघ को वनविभाग और एसटीआर की टीम द्वारा पकड़ा गया उसका नाम जय बताया जा रहा है। राष्ट्रीय टाईगर उद्यान के एसडीओ संजीव शर्मा ने बताया कि बाघ की उम्र साढ़े तीन साल की है। डेढ़ सौ किलोग्राम के इस बाघ को 29 जनवरी को बांधवगढ़ नेशनल पार्क से सतपुड़ा टाईगर राष्ट्रीय उद्यान लाया गया था। जय के गले में कॉलर आईडी लगी हुई थी। इस क्षेत्र में चार बाघ सक्रिय हैं। 
ईकों सेंटर पर तोडफ़ोड़ करने वालों पर कार्रवाई 
पिछले दिनों बाघ के हमले से गुस्साएं लोगों ने मेहंदीखेड़ा स्थित ईको सेंटर में मारपीट, तोडफ़ोड़ और आगजनी की घटना की थी। इस मामले मेेंं मटकुली पुलिस ने लगभग 300 से अधिक अज्ञात हमलावरों के खिलाफ बलवा का प्रकरण कायम किया है।
 

Created On :   10 Feb 2020 2:16 PM IST

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