राज्य में संगठनात्मक फेरबदल की संभावना, कांग्रेस में वासनिक की जिम्मेदारियां घटी

May be Chances of Congress organizational reshuffle in the state, Wasniks responsibilities decreased in Congress
राज्य में संगठनात्मक फेरबदल की संभावना, कांग्रेस में वासनिक की जिम्मेदारियां घटी
राज्य में संगठनात्मक फेरबदल की संभावना, कांग्रेस में वासनिक की जिम्मेदारियां घटी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कांग्रेस कार्यसमिति में संगठनात्मक कटौती का प्रभाव राज्य में भी दिख सकता है। नागपुर से दो प्रमुख पदाधिकारियों में से मुकुल वासनिक की जिम्मेदारी में कटौती साफ दिख रही है। अविनाश पांडे पद पर कायम है। लेकिन प्रदेश कांग्रेस में जल्द ही संगठनात्मक फेरबदल की संभावना जतायी जा रही है। वासनिक को कांग्रेस के चुनाव समिति प्रमुख पद से हटा दिया गया है। पांडे को कार्यसमिति में स्थायी आमंत्रित सदस्य पद पर रखा गया है।

वासनिक थे चर्चा में

पिछले दिनों कांग्रेस में नेतृत्व को लेकर लिखे गए पत्र के साथ वासनिक चर्चा में थे। वासनिक सहित 22 कांग्रेस नेताओं के हस्ताक्षर से अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा गया था। उसमें नए नेतृत्व के लिए विचार करने का निवेदन किया गया था। पत्र में हस्ताक्षर करनेवाले राज्य के कांग्रेस नेताओं में वासनिक के अलावा पृथ्वीराज चव्हाण, मुरली देवरा शामिल थे। लिहाजा इन नेताओं की संगठन के ही अन्य नेताओं ने आलोचना भी की थी। एक मंत्री ने तो यह तक कहा था कि इन नेताओं को राज्य में घूमने नहीं  दिया जाएगा। इस

मामले में अविनाश पांडे सुरक्षित अंतर रखे हुए थे।

वासनिक का नाम कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए भी चर्चा में था। ऐसे में उन्हें चुनाव समिति के अध्यक्ष पद से अवनत करके केवल मध्यप्रदेश की जवाबदारी दी गई है। 6 सदस्यीय समिति में भी वे शामिल नहीं है। पांडे को राजस्थान के प्रभारी पद से हटाकर बिहार में चुनाव स्क्रूटनी समिति का प्रमुख नियुक्त किया गया है। बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरु हो गई है।

प्रदेश कार्यकारिणी को लेकर चर्चा

प्रदेश स्तर पर कांग्रेस में गुटबाजी सदैव चर्चा में रही है। प्रदेश प्रभारी मलिकार्जुन खरगे को हटाकर एच.के पाटील को प्रभारी नियुक्त किया गया है। लिहाजा चर्चा है कि यहां भी संगठनात्मक फेरबदल हो सकता है। प्रदेश अध्यक्ष बालासाहब थाेरात राज्य मंत्रिमंडल में शामिल है। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक चव्हाण भी मंत्री है। लिहाजा अन्य गुट के नेता नई उम्मीद कर सकते हैं।

Created On :   13 Sept 2020 3:01 PM IST

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