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मेडिकल हॉस्पिटल में नहीं रहती जरूरी मेडिसिन, सोशल मीडिया पर वायरल हुई लिस्ट

डिजिटल डेस्क,नागपुर। सबसे बड़े हास्पिटल मेडिकल कालेज की पोल उस समय खुली जब यहां पर उपलब्ध न होने वाली मेडिसीन की लिस्ट वायरल हुई। कहा तो यह भी जा रहा है कि यह लिस्ट अभी अधूरी है और भी मेडिसीन हैं जो यहां उपलब्ध नहीं है। यानी पूरी लिस्ट में 100 के आसपास दवाइयां हो सकती है जो इस अस्पताल में नहीं है। शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (मेडिकल) के अंदरखाने की सोशल मीडिया पर यह लंबी-चौड़ी लिस्ट जारी हुई है, जिसमें 50 से अधिक दवाएं और इंजेक्शन मेडिकल में उपलब्ध नहीं होने का जिक्र है, जबकि सभी इमरजेंसी ड्रग हैं। और तो और, इस लिस्ट को लेकर दावा यह भी किया जा रहा है कि अभी सूची अधूरी है।
अनेक विभागों की हालत एक जैसी
गत 29 जनवरी को मेडिकल से दो डॉक्टरों को भ्रष्टाचार विरोधी दस्ते ने गिरफ्तार किया था। आरोप लगाए गए हैं कि डॉक्टरों ने बाहर से इंजेक्शन मंगवाने के लिए 3 हजार रुपए की मांग की थी। मामले में आरोपी बनाए गए निवासी डॉक्टर और महिला लेक्चरर की जमानत होने के बाद बुधवार की रात मेडिकल में नॉट अवेलेवल मेडिसिन की लिस्ट वायरल हो गई। लिस्ट के आते ही मेडिकल प्रबंधन पर तरह-तरह के सवाल खड़े होने लगे। मजे की बात यह है कि जिस आधार पर गत दिवस मेडिकल से गिरफ्तारी की गई, यदि उस पर अमल किया जाए तो कई विभागों के डॉक्टरों को जेल जाना पड़ सकता है, क्योंकि वे भी मरीजों से बाहर से सामान मंगवाते हैं।
ये प्रमुख दवाएं नहीं हैं उपलब्ध
सूची में शामिल इंजेक्शन टेक्जिम सहित छह इंजेक्शन एंटिबॉयोटिक हैं। इंजेक्शन पेनटॉप एंटीएसिड है। लाइव सेविंग में इंजेक्शन एट्रोपिन, एड्रिनालीन, नोरएड्रिनालीन। स्ट्रोक के मरीजों के लिए सिपकाईनिस, हार्ट अटैक के मरीज के लिए नाइट्रो ग्लीसरीन, गर्भवती महिलाओं को प्रसव के दौरान लगने वाले इंजेक्शन ऑक्सीटोसिन, सर्जिकल आइटम में ग्लब्स से लेकर धागा तक मेडिकल में मरीजों से बाहर से मंगवाया जाता है। ब्लड ट्रांसफ्यूजन सेट, कोमा के मरीजों को इंडोट्रेसिल ट्यूब और अस्थमा के अटैक वाले मरीजों के लिए नेवोलाइजेशन सेट तक उपलब्ध नहीं है।
Created On :   1 Feb 2018 1:47 PM IST