डायरिया का प्रकोप, दो दिन में अस्पताल पहुंचे 1800 मरीज

Menace of diarrhea an unusual increment in number of patients
डायरिया का प्रकोप, दो दिन में अस्पताल पहुंचे 1800 मरीज
डायरिया का प्रकोप, दो दिन में अस्पताल पहुंचे 1800 मरीज

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। बारिश की वजह से बढ़ी उमस और हवाओं में नमी की वजह से संक्रमण फैलाने वाले वायरस सक्रिय हो गए है। इस मौसम में उल्टी-दस्त की वजह से शरीर में पानी की कमी के मरीजों में इजाफा हुआ है। हालात यह है कि महज दो दिनों में मौसमी बीमारी से जूझ रहे 1 हजार 8 सौ 62 मरीज इलाज कराने अस्पताल पहुंचे है। पिछले दो दिनों से OPD मरीजों से भरी पड़ी थी। OPD पर्ची कटाने और दवाएं लेने मरीजों की लम्बी कतार देखी गई। अस्पताल आने वाले अधिकांश मरीज पेट में संक्रमण, उल्टी-दस्त, पानी की कमी, चक्कर आना, तेज बुखार का इलाज कराने अस्पताल पहुंच रहे है। उल्टी-दस्त समेत अन्य मौसमी बीमारियों से ग्रसित मरीजों में से 232 मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।



निर्जलीकरण के बढ़ रहे मरीज
उमस और बारिश की वजह से डायरिया के मरीजों की संख्या बढ़ी है। शनिवार को डीवीडी वार्ड में 15 उल्टी-दस्त पीडि़त मरीजों को भर्ती कराया गया। यह सिलसिला आज भी जारी रहा। इन सभी मरीजों को निर्जलीकरण की वजह से गंभीर अवस्था में भर्ती कराया गया है। मरीजों की संख्या में हो रही बढ़ोत्तरी की वजह से अधिकांश मरीजों को फर्श पर लेटकर इलाज कराना पड़ रहा है।

सरकारी अस्पताल के साथ -साथ निजी अस्पतालों में भी यही हाल है दवाएं लेने मरीजों की लम्बी कतार देखी गई। अस्पताल आने वाले अधिकांश मरीज पेट में संक्रमण, उल्टी-दस्त, पानी की कमी, चक्कर आना, तेज बुखार का इलाज कराने अस्पताल पहुंच रहे है। मौसम की मार ऐसी ही रही तो बीमारी अपने पैर पसार सकती है ।

दूषित खाद्य पदार्थ से बचे
विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा अस्पताल आने वाले मरीजों के अलावा लोगों से अपील की गई है कि बारिश के दौरान वायरस के संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। इस दौरान बांसे भोजन, दूषित खुली खाद्य सामग्री के सेवन से बचे, बारिश में भीगने से बचे और पानी उबालकर पिएं। ताकि डायरिया से बचा जा सके।

 

Created On :   11 Jun 2018 1:31 PM IST

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