विदर्भ को सौगात: वर्धा-नागपुर-भंडारा रूट पर दौड़ेगी मेट्रो,जुड़ेंगे छोटे स्टेशन

Metro to run on Wardha-Nagpur-Bhandara route
विदर्भ को सौगात: वर्धा-नागपुर-भंडारा रूट पर दौड़ेगी मेट्रो,जुड़ेंगे छोटे स्टेशन
विदर्भ को सौगात: वर्धा-नागपुर-भंडारा रूट पर दौड़ेगी मेट्रो,जुड़ेंगे छोटे स्टेशन

डिजिटल डेस्क,नागपुर। विदर्भ को वर्धा- नागपुर- भंडारा रूट पर मेट्रो दौड़ाने की सौगात मिली है।  इस ट्रैक पर मेट्रो रेल कार्पोरेशन कंपनी (माझी मेट्रो) मेट्रो ट्रेन चलाएगी। खास बात यह है कि इसके लिए अगल से ट्रैक बनाने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। इसे वर्तमान रेलवे के ट्रैक पर ही चलाया जाएगा। इसके कारण वर्धा से नागपुर और भंडारा पहुंचने का समय वर्तमान में लगने वाले समय से आधे से भी कम हो जाएगा। यह लोकल ट्रेन नागपुर जिले के कन्हान, कलमेश्वर, रामटेक और काटोल जैसे छोटे स्टेशनों को भी जोड़ेगी। मेट्रो द्वारा अपनी सेवा शुरू करते ही भारतीय रेलवे द्वारा चलायी जा रही पैसेंजर और मेल एक्सप्रेस ट्रेनें इस रूट पर बंद कर दी जाएंगी या फिर इन स्टेशनों पर रुकेंगी नहीं। मेट्रो रेल कंपनी के प्रबंध संचालक बृजेश दीक्षित द्वारा रखे गए इस प्रस्ताव पर मध्य रेल मंडल के प्रबंधक बृजेश गुप्ता ने सहमति जताई है।  केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितीन गडकरी ने शहर की समस्याओं को लेकर विविध विभागों के साथ बैठक की। बैठक में केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने नागपुर के छोटे स्टेशनों को मेट्रो रेल से जोड़ने का प्रस्ताव रखा था। 

चार ट्रेनें चलाने का प्रस्ताव, 100 करोड़ का खर्च 
वर्धा से नागपुर और भंडारा तक मेट्रो रेल प्रशासन ने चार लोकल गाड़ियां चलाने की तैयारी दिखाई है। प्रत्येक ट्रेन पर 25 करोड़ रुपए लागत बतायी गई है यानी 4 गाड़ियों पर 100 करोड़ रुपए का खर्च अनुमानित बताया गया है। प्रत्येक ट्रेन में 3 डिब्बे रहेंगे। फिलहाल इस मार्ग पर 3 मेल एक्सप्रेस और 2 पैसेंजर गाड़ियां दौड़ रहीं हैं। 
 
मेट्रो दौड़ेगी120 किमी की रफ्तार से
इस मेट्रो की लोकल ट्रेनें चलने से अनेक फायदें होंगे। फिलहाल पैसेंजर या मेल एक्सप्रेस इन मार्गों पर 28 से  40 किलोमीटर की रफ्तार से चलती है। लोकल ट्रेनें इन मार्गों पर 120 किलो मीटर की रफ्तार से दौड़ेगी। जिससे यात्रियों का  समय बचेगा। कम समय में भंडारा से नागपुर या वर्धा तक ट्रेनें पहुंचने के कारण लोग अपने वाहनों की बजाय पब्लिक ट्रांसपोर्ट का ज्यादा इस्तेमाल करेंगे। पैसेंजर और मेल एक्सप्रेस जैसी गाड़ियों से भी भीड़ कम होगी।  इन्हें इन छोटे स्टेशनों पर रुकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। 

कितना घाटा कम होगा, रिपोर्ट दें
केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने कहा कि फिलहाल भारतीय रेलवे इन मार्गों पर ट्रेनें चलाने से घाटे में है। छोटे-छोटे स्टेशनों पर गाड़ियां रुकने से यात्रियों का समय भी बर्बाद हो रहा है। अगर मेट्रो इन मार्गों पर लोकल गाड़ियां चलाती है तो रेलवे को इससे फायदा होगा। रेलवे का कितना घाटा कम होगा, इसकी रिपोर्ट एक महीने में बनाकर देने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि जल्द दोनों विभाग बैठक कर इस बारे में आगे की प्लानिंग तैयार करें। यह ध्यान रहे कि टिकट की कीमतों में कोई बदलाव न हो। प्रोजेक्ट बनाकर मुझे सौंपे। इस संबंध में जल्द दिल्ली में रेल मंत्री पीयूष गोयल के साथ बैठक कर निर्णय लिया जाएगा। माझी मेट्रो के प्रबंध संचालक बृजेश दीक्षित ने कहा कि इस संबंध में एक एमओयू करना पड़ेगा, उन्होंने कहा कि वर्धा से नागपुर और भंडारा का वर्तमान में रेलवे ट्रेक मेट्रो चलाने के लिए सक्षम है। 

अजनी बनेगा पैसेंजर हब 
केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि अजनी रेलवे स्टेशन को पैसेंजर हब बनाया जाएगा। इसके िलए 900 करोड़ रुपए मंजूर किए गए है। इसके अलावा खापरी या गुमगांव में लॉजिस्टिक हब बनेगा। उन्होंने कहा कि बड़ी गाड़ियों को नागपुर स्टेशन की बजाय अजनी या गोधनी में रोका जाए तो नागपुर स्टेशन पर भीड़ कम हो सकती है। इससे यात्रियों को ज्यादा सुविधाएं मिलेंगी। 
 

Created On :   28 Feb 2018 11:16 AM IST

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