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खेतों में जाकर किसानों से संवाद करेंगे कृषिमंत्री, हर 15 दिन में एक बार होगा दौरा
![Minister of Agriculture will visit the fields and communicate with farmers Minister of Agriculture will visit the fields and communicate with farmers](https://d35y6w71vgvcg1.cloudfront.net/media/2020/09/minister-of-agriculture-will-visit-the-fields-and-communicate-with-farmers_730X365.jpg)
डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश के कृषि मंत्री दादाजी भुसे और कृषि राज्य मंत्री विश्वजीत कदम अब हर 15 दिन में एक बार किसानों के साथ सीधे खेतों में संवाद करते नजर आएंगे। सरकार ने कृषि विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को किसानों के साथ क्षेत्र के दौरे और संवाद बढ़ाने को कहा है। शुक्रवार को कृषि विभाग ने इस संबंध में परिपत्र जारी किया है। इसके मुताबिक राज्य के कृषि मंत्री भुसे और कृषि राज्य मंत्री कदम हर 15 दिन में कम से कम एक बार किसानों से खेतों में जाकर संवाद करेंगे।
कृषि विभाग के सचिव, कृषि आयुक्त, मंत्रालय स्तर के अधिकारी व कृषि विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों को भी 15 दिनों में एक बार दौरा करना पड़ेगा। सभी निदेशक व विभागीय कृषि सहनिदेशक सप्ताह में एक बार किसानों से मिलेंगे। सभी अधीक्षक व कृषि अधिकारी सप्ताह में दो बार किसानों से संवाद करेंगे। सभी उपविभागीय कृषि अधिकारी, तहसील कृषि अधिकारी सप्ताह में 3 दिन क्षेत्रिय स्तर पर किसानों से संवाद कर उनकी समस्याओं का जगह पर ही निपटारा करेंगे। उपविभागीय कृषि अधिकारी और तहसील कृषि अधिकारी को कुल कामकाजी दिन का 60 प्रतिशत समय क्षेत्रिय कामकाज के लिए बिताने को कहा गया है। कृषि विभाग के अधिकारी किसानों को उत्पादन बढ़ाने के लिए विभिन्न उपाय सुझाएंगे।
सरकार का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण बेमौसम बारिश, अतिवृष्टि और सूखे की स्थिति के कारण किसानों का उत्पादन घटा है। प्राकृतिक आपदा के कारण फसलों के नुकसान और कृषि उपज के लिए उचित दाम नहीं मिलने के कारण किसानों के सामने समस्या पैदा हो गई है। उनकी चिंताओं के बारे में परिणामकारक संवाद स्थापित करने की जरूरत है। इसके लिए कृषि विभाग ने कई उपक्रम चलाए हैं लेकिन अब इस पर और जोर देने की जरूरत है।
Created On :   18 Sep 2020 12:08 PM GMT