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Mumbai News: महाराष्ट्र में अनाज वाली शराब उत्पादन के लिए 20 कंपनियां तैयार

Mumbai News महाराष्ट्र सरकार के आबकारी विभाग द्वारा राज्य में अनाज आधारित शराब उत्पादन को बढ़ावा देने और राज्य के राजस्व में वृद्धि के लिए लाई गई नई नीति पर राज्य की बीस शराब उत्पादन कंपनियों ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। महाराष्ट्र में शराब यानी एमएमएल का उत्पादन करने में रुचि रखने वाली और पात्र कंपनियों को जल्द ही इस नीति के अनुसार शराब उत्पादन लाइसेंस दिए जाएंगे।
दरअसल महाराष्ट्र सरकार ने राजस्व बढ़ाने और राज्य के अनाज आधारित शराब निर्माता को बढ़ावा देने के लिए एक नई "महाराष्ट्र मेड लिकर' (एमएमएल) श्रेणी की शुरुआत की है। यह अनाज से बनेगी और इसकी 180 मिलीलीटर की बोतल की कीमत ₹148 होगी, जिसमें 42.8% अल्कोहल होगा। यह नीति देशी शराब और भारतीय निर्मित विदेशी शराब (आईएमएफएल) के बीच मूल्य अंतर को पाटने और राज्य की शराब उत्पादन इकाइयों को पुनर्जीवित करने में मदद करेगी। राज्य में निवेश बढ़ाने, रोज़गार सृजन करने और आबकारी शुल्क के माध्यम से राजस्व बढ़ाने, राज्य में बंद पड़ी पीएलएल इकाइयों को चालू करने और पूरी क्षमता से चल रही पीएलएल इकाइयों को संचालित करने के लिए एमएमएल शराब उत्पादन को मंजूरी मिली है।
महाराष्ट्र निर्मित शराब एक अनाज आधारित विदेशी शराब है, इसका उत्पादन केवल अनाज ही किया जाएगा। इसके लिए राज्य सरकार ने शराब उत्पादन कंपनियों से इस तरह की शराब तैयार करने की अपील की थी। मिली जानकारी के अनुसार 20 शराब निर्माता कंपनियों ने इसमें रुचि दिखाई है और इस नीति के माध्यम से जल्द ही अनाज आधारित शराब का उत्पादन शुरू हो जाएगा, राज्य आबकारी विभाग के उप सचिव ने बताया।
क्या है महाराष्ट्र निर्मित शराब नीति?
• विदेशी शराब श्रेणी में, एमएमएल का उत्पादन केवल अनाज आधारित शराब से किया जाएगा। इसके लिए, पीएलएल लाइसेंसधारी का पंजीकृत मुख्यालय महाराष्ट्र राज्य में होना चाहिए। साथ ही, पीएलएल लाइसेंसधारी की कंपनी में कोई प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष विदेशी निवेश नहीं होगा। इसलिए, पीएलएल इकाई में कम से कम 25 प्रतिशत नवप्रवर्तक, लाइसेंसधारियों का महाराष्ट्र राज्य का निवासी होना अनिवार्य होगा। इसका उत्पादन किसी अन्य श्रेणी, जैसे देशी शराब, बीयर या वाइन, के तहत नहीं किया जा सकता है। निर्यात के लिए भी एमएमएल लोगो और 'केवल महाराष्ट्र राज्य में बिक्री के लिए' लेबल अनिवार्य होगा।
Created On :   11 Oct 2025 7:48 PM IST