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- Minister of State for IT Shri Sanjay Dhotre inaugurates international conference related to Multifunctional Electronic Materials and Processing - 2021
दैनिक भास्कर हिंदी: आईटी राज्यमंत्री श्री संजय धोत्रे ने मल्टीफंक्शनल इलेक्ट्रॉनिक मटीरियल्स एंड प्रोसेसिंग- 2021 से संबंधित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इलेक्ट्रानिक्स एवं आईटी मंत्रालय आईटी राज्यमंत्री श्री संजय धोत्रे ने मल्टीफंक्शनल इलेक्ट्रॉनिक मटीरियल्स एंड प्रोसेसिंग- 2021 से संबंधित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया वैश्विक स्तर पर इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन के क्षेत्र में भारत की हिस्सेदारी 2012 में 1.3% से बढ़कर 2019 में 3.6% हो गई: श्री संजय धोत्रे एमईएमपी - 2021 वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं, शिक्षाविदों और युवा छात्रों को विभिन्न अनुप्रयोगों और उपकरणों के निर्माण के उद्देश्य से उन अनुप्रयोगों के प्रसंस्करण के लिए मल्टीफंक्शनल इलेक्ट्रॉनिक मटीरियल्स के क्षेत्र में काम करने वाले प्रख्यात वैज्ञानिकों / प्रौद्योगिकीविदों के साथ बातचीत करने का एक अवसर प्रदान करेगा।
केन्द्रीयशिक्षा, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकीराज्यमंत्रीश्री संजय धोत्रे ने सेंटर फॉर मटीरियल्स फॉर इलेक्ट्रॉनिक्स टेक्नोलॉजी (सी-मेट) के 30वें स्थापना दिवस के अवसर परआज मल्टीफंक्शनल इलेक्ट्रॉनिक मटीरियल्स एंड प्रोसेसिंग (एमईएमपी 2021) से संबंधित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया।इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) के सचिव श्री अजय साहनी; इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) में विशेष सचिव और वित्तीय सलाहकारसुश्री ज्योति अरोड़ा; नीति आयोगके सदस्य डॉ. वी.के. सारस्वत;राजगीर स्थितनालंदा विश्वविद्यालयके कुलपतिडॉ. विजय भाटकर; कोरिया गणराज्य के सीएमसीएम के निदेशक प्रोफेसर रॉडनी एस. रुओफ्फ सहित कई गणमान्य व्यक्ति आभासी माध्यम सेइस सम्मेलन में शामिल हुए। इस अवसर पर बोलते हुए,श्री धोत्रे ने कहा कि "इलेक्ट्रॉनिक सामग्री और उसके अवयव सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के मूल तत्व हैं। ये सामग्रियां किसी भी इलेक्ट्रॉनिक यंत्र की क्षमता और कार्यकुशलता की रीढ़ है। इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों का प्रदर्शन सीधे उसमें इस्तेमाल किए गए घटकों पर निर्भर करता है।
नई उभरती हुई सामग्रियों से जुड़े अनुसंधानएवं विकास कार्य में पर्याप्त वित्तीय सहायता लगातार प्रदान की गई है।हालांकि, अनुसंधान एवं विकास कार्यों का व्यावसायीकरण एक चुनौती है।इसलिए, अनुसंधान एवं विकास कार्यों और महत्वपूर्ण इलेक्ट्रॉनिक सामग्रियों के उत्पादन के बीच के अंतर को पाटने के उद्देश्य से 1990 में सी-मेट की स्थापनाकी गई थी।" उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्रीश्री नरेन्द्रजी मोदी के कुशल नेतृत्व और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद के मार्गदर्शन में, इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं का घरेलू उत्पादन काफी हद तक बढ़ा है। वर्ष2014-15 में यह उत्पादन 1,90,000 करोड़ रूपये से अधिक का था, जो 23% की वार्षिक वृद्धि की चक्रवृद्धि दर से बढ़कर वर्ष 2019-20 में 5,33,550 करोड़ रूपयेका हो गया।उद्योग जगत के अनुमानों के अनुसार, वैश्विक स्तर पर इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन के क्षेत्र में भारत की हिस्सेदारी 2012 में 1.3% से बढ़कर 2019 में 3.6% हो गई है। ‘मेक इन इंडिया’ और आत्मनिर्भर भारत की भावना ने इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन को बढ़ावा दिया है, जो खासतौर पर मोबाइल फोन और उससे संबंधित एक्सेसरीज की 200 से अधिक उत्पादन इकाइयों और लगभग 6.3 लाख प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष नौकरियों के सृजन के रूप में दिखाई देती है।
मोबाइल फोन के उत्पादन में भी खासा उछाल आया है। वर्ष 2014-15 में जहां लगभग 6 करोड़ मोबाइल फोन का उत्पादन हो रहा था,वह2019-20 मेंबढ़कर लगभग 33 करोड़ मोबाइल फोन हो गया है। भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन को प्रोत्साहन आने वाले वर्षों में डिजिटल इंडिया का एक प्रमुख तत्व होगा। श्री धोत्रे ने तकनीकी नवाचारों के लिए सी-मेट की सराहना की।उन्होंने कहा कि "मुझे इस बात की खुशी है कि सी-मेट महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है और देश की सेवा करने के उद्देश्य से इलेक्ट्रॉनिक सामग्रियों के क्षेत्र में अनूठी विशेषज्ञता विकसित कर रहा है। मुझे इस तथ्य पर गौरकरते हुए भी खुशी हो रही है कि सी-मेट वर्षों से रणनीतिक क्षेत्रों(डीआरडीओ एवंइसरो) के लिएविश्वसनीय स्रोत के रूप में हैफेनियम और सिलिकॉन कार्बाइड का उत्पादन कर रहा है।"उन्होंने आगे कहा कि ऊर्जा उपकरणों, फोटोनिक्स और अंतरिक्ष अनुसंधान संचार के क्षेत्र में अनुप्रयोगों के साथ उच्च स्तर के अनुसंधान एवं विकास के माध्यम से इलेक्ट्रॉनिक सामग्री के व्यापक क्षेत्रों में नवाचार की उल्लेखनीय गति बनाए रखी गई है।
SSC MTS Cut Off 2023: जानें SSC MTS Tier -1 कटऑफ और पिछले वर्ष का कटऑफ
डिजिटल डेस्क, भोपाल। कर्मचारी चयन आयोग (SSC) भारत में केंद्रीय सरकारी नौकरियों की मुख्य भर्तियों हेतु अधिसूचना तथा भर्तियों हेतु परीक्षा का आयोजन करता रहा है। हाल ही में एसएससी ने SSC MTS और हवलदार के लिए अधिसूचना जारी किया है तथा इस भर्ती हेतु ऑनलाइन आवेदन भी 18 जनवरी 2023 से शुरू हो चुके हैं और यह ऑनलाइन आवेदन 17 फरवरी 2023 तक जारी रहने वाला है। आवेदन के बाद परीक्षा होगी तथा उसके बाद सरकारी रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा।
एसएससी एमटीएस भर्ती हेतु परीक्षा दो चरणों (टियर-1 और टियर-2) में आयोग के द्वारा आयोजित की जाती है। इस वर्ष आयोग ने Sarkari Job एसएससी एमटीएस भर्ती के तहत कुल 12523 पदों (हवलदार हेतु 529 पद) पर अधिसूचना जारी किया है लेकिन आयोग के द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार भर्ती संख्या अभी अनिश्चित मानी जा सकती है। आयोग के द्वारा एसएससी एमटीएस भर्ती टियर -1 परीक्षा अप्रैल 2023 में आयोजित की जा सकती है और इस भर्ती परीक्षा हेतु SSC MTS Syllabus भी जारी कर दिया गया है।
SSC MTS Tier 1 Cut Off 2023 क्या रह सकता है?
एसएससी एमटीएस कटऑफ को पदों की संख्या तथा आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की संख्या प्रभवित करती रही है। पिछले वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष भर्ती पदों में वृद्धि की गई है और संभवतः इस वर्ष आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो सकती है तथा इन कारणों से SSC MTS Cut Off 2023 बढ़ सकता है लेकिन यह उम्मीदवार के वर्ग तथा प्रदेश के ऊपर निर्भर करता है। हालांकि आयोग के द्वारा भर्ती पदों की संख्या अभी तक सुनिश्चित नहीं कि गई है।
SSC MTS Tier 1 Expected Cut Off 2023
हम आपको नीचे दिए गए टेबल के माध्यम से वर्ग के अनुसार SSC MTS Expected Cut Off 2023 के बारे में जानकारी देने जा रहें हैं-
• वर्ग कटऑफ
• अनारक्षित 100-110
• ओबीसी 95 -100
• एससी 90-100
• एससी 80-87
• पुर्व सैनिक 40-50
• विकलांग 91-95
• श्रवण विकलांग 45-50
• नेत्रहीन 75-80
SSC MTS Cut Off 2023 – वर्ग के अनुसार पिछले वर्ष का कटऑफ
उम्मीदवार एसएससी एमटीएस भर्ती हेतु पिछले वर्षों के कटऑफ को देखकर SSC MTS Cut Off 2023 का अनुमान लगा सकते हैं। इसलिए हम आपको उम्मीदवार के वर्गों के अनुसार SSC MTS Previous Year cutoff के बारे में निम्नलिखित टेबल के माध्यम से बताने जा रहे हैं-
• वर्ग कटऑफ
• अनारक्षित 110.50
• ओबीसी 101
• एससी 100.50
• एससी 87
• पुर्व सैनिक 49.50
• विकलांग 93
• श्रवण विकलांग 49
• नेत्रहीन 76
SSC MTS के पदों का विवरण
इस भर्ती अभियान के तहत कुल 11994 मल्टीटास्किंग और 529 हवलदार के पदों को भरा जाएगा। योग्यता की बात करें तो MTS के लिए उम्मीदवार को भारत के किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से कक्षा 10वीं उत्तीर्ण होना चाहिए। इसके अलावा हवलदार के पद के लिए शैक्षणिक योग्यता यही है।
ऐसे में परीक्षा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों के लिए यह बेहद ही जरूरी है, कि परीक्षा की तैयारी बेहतर ढंग से करें और परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करें।
रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय: वेस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी क्रिकेट टूर्नामेंट का पहला मैच रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने 4 रनों से जीत लिया
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के स्पोर्ट ऑफिसर श्री सतीश अहिरवार ने बताया कि राजस्थान के सीकर में वेस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी क्रिकेट टूर्नामेंट का आज पहला मैच आरएनटीयू ने 4 रनों से जीत लिया। आज आरएनटीयू विरुद्ध जीवाजी यूनिवर्सिटी ग्वालियर के मध्य मुकाबला हुआ। आरएनटीयू ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। आरएनटीयू के बल्लेबाज अनुज ने 24 बॉल पर 20 रन, सागर ने 12 गेंद पर 17 रन और नवीन ने 17 गेंद पर 23 रन की मदद से 17 ओवर में 95 रन का लक्ष्य रखा। लक्ष्य का पीछा करने उतरी जीवाजी यूनिवर्सिटी की टीम निर्धारित 20 ओवर में 91 रन ही बना सकी। आरएनटीयू के गेंदबाज दीपक चौहान ने 4 ओवर में 14 रन देकर 3 विकेट, संजय मानिक ने 4 ओवर में 15 रन देकर 2 विकेट और विशाल ने 3 ओवर में 27 रन देकर 2 विकेट झटके। मैन ऑफ द मैच आरएनटीयू के दीपक चौहान को दिया गया। आरएनटीयू के टीम के कोच नितिन धवन और मैनेजर राहुल शिंदे की अगुवाई में टीम अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन कर रही है।
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ब्रह्म प्रकाश पेठिया, कुलसचिव डॉ. विजय सिंह ने खिलाड़ियों को जीत की बधाई और अगले मैच की शुभकामनाएं दीं।