फसल कर्ज देने में टालमटोल करने वाले बैंकों से बंद हो सकते हैं सरकारी खाते : बावनकुले

Minister warns the bank who are not providing loans to farmers
फसल कर्ज देने में टालमटोल करने वाले बैंकों से बंद हो सकते हैं सरकारी खाते : बावनकुले
फसल कर्ज देने में टालमटोल करने वाले बैंकों से बंद हो सकते हैं सरकारी खाते : बावनकुले

डिजिटल डेस्क, नागपुर। पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने चेताया कि खरीफ फसल कर्ज नहीं बांटने वाली बैंकों से शासकीय खाते बंद किए जा सकते हैं। पात्र किसानों को कर्ज बांटने में कंजूसी करने वाले बैंकों को सुधर जाने की नसीहत भी दी। पालकमंत्री श्री बावनकुले ने खरीफ फसल कर्ज की समीक्षा करते हुए कहा कि किसानों के साथ बैंकों में अच्छी सेवा नहीं मिलने व सम्मान से व्यवहार नहीं होने की शिकायतें मिल रही हैं। सरकार ने खरीफ फसल के लिए जिले को 1 हजार 66 करोड़ का टारगेट दिया है, लेकिन अभी तक केवल 24 फीसदी ही फसल कर्ज का वितरण हो सका है। 

टारगेट पूरा करने के निर्देश
बैंकों को फसल कर्ज का टारगेट पूरा करने को कहा। स्टेट बैंक आफ इंडिया, यूनियन बैंक, आईसीआईसीआई व पंजाब नेशनल बैंक द्वारा बहुत कम फसल कर्ज बांटा गया है। नामी बैंक ही कर्ज बांटने में फिसड्डी रहने को सरकार ने गंभीरता से लिया है। सहकार विभाग के प्रधान सचिव को बैंकों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर इसकी समीक्षा करने को कहा। टारगेट पूरा करने के लिए नियोजन करने के निर्देश दिए।

सरकार ने कर्जमाफी देने से पात्र किसानों को नया कर्ज देने में परेशानी नहीं होनी चाहिए। जिनका सातबारा कोरा हुआ, उन्हें कर्ज मिलना ही चाहिए आैर बैंक की तरफ से इनके साथ अच्छा व्यवहार होना चाहिए। बैंक मैनेजर की तरफ से कर्ज के लिए आनेवाले किसान को सारी जरूरी जानकारी दी जानी चाहिए। जिला मध्यवर्ती बैंक की तरफ से 28 करोड़ का फसल कर्ज बांटा गया है। सरकारी की तरफ से आैर 30 करोड़ उपलब्ध किए जाएंगे। उन्होंने इंडियन बैंक, पीएनबी, स्टेट बैंक, सिंडीकेट बैंक, यूको बैंक, यूनियन बैंक, अलाहाबाद बैंक, बैंक आफ इंडिया, सेंट्रल बैंक, कारपोरेशन बैंक, इंडियन आेवरसीज बैंक, विजया बैंक को फसल कर्ज का टारगेट पूरा करने के निर्देश दिए।

पालकमंत्री श्री बावनकुले की अध्यक्षता में बचत भवन में हुई खरीप फसल कर्ज  की समीक्षा बैठक में सांसद कृपाल तुमाने, विधायक आशीष देशमुख, विधायक डा. मिलिंद माने, जिलाधीश अश्विन मुदगल, जिला परिषद अध्यक्ष निशा सावरकर, जिलाधीश अश्विन मुद्गल, जिला परिषद मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजय यादव, उपजिलाधीश सुभाष चौधरी, मुख्य वन संरक्षक मल्लिकार्जुन आदि उपस्थित थे। 

किसानों की आय न बढ़ने के लिए कृषि अधिकारी जिम्मेदार 
किसानों की आय दोगुनी करने के कृषि अधिकारियों के दावे की पालकमंत्री श्री बावनकुले ने हवा निकाल दी। कृषि अधिकारियों ने गत वर्ष की तुलना इस वर्ष किसानों की आय दुगणी करने का दावा किया, लेकिन यह आय कैसे दोगुनी होगी, इसके लिए क्या उपाय करने की जरूरत है, विभाग क्या करने वाला है इसका प्रेजेंटेशन अधिकारी नहीं कर सके। पालकमंत्री व जनप्रतिनिधियों ने कृषि विभाग के दावे पर सवाल उठाए। जनप्रतिनिधियों ने कृषि विभाग से इससंबंध प्रतिज्ञापत्र देने को कहा।

पालकमंत्री ने कृषि अधिकारियों को लताड़ लगाते हुए कहा कि कृषि अधिकारी मुख्यालय में हाजिर नहीं रहते। गत तीन साल में किसानो की आय नहीं बढ़ने के पीछे यहीं कारण है। उन्होंने कहा कि कृषि अधिकारी किसानों को मार्गदर्शन तक नहीं करते।

Created On :   27 Jun 2018 2:15 PM IST

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