राशन दुकानदारों को मंत्री बापट की सख्त चेतावनी, वापस ली हड़ताल

Minister warns to ration shoppers on who involved in the strike
राशन दुकानदारों को मंत्री बापट की सख्त चेतावनी, वापस ली हड़ताल
राशन दुकानदारों को मंत्री बापट की सख्त चेतावनी, वापस ली हड़ताल

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश के खाद्य व आपूर्ति और ग्राहक संरक्षण मंत्री गिरीश बापट ने विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल पर गए सरकारी राशन दुकानदारों को कड़ी चेतावनी दी है। बापट ने कहा कि राशन दुकानदार जल्द हड़ताल खत्म करें नहीं तो सरकार राशन दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई करेगी। मंगलवार को मंत्रालय में पत्रकारों से बातचीत में बापट ने कहा कि सरकार राशन दुकानदारों से चर्चा के लिए तैयार है। लेकिन राशन दुकानदारों को पहले हड़ताल खत्म करने का फैसला करना होगा। इसके बाद ही मैं अगले सप्ताह  दुकानदारों से बातचीत करूंगा।

बापट ने कहा कि राशन दुकानदारों ने उन्हें सरकारी सेवा में शामिल करके 50-50 हजार रुपए वेतन देने की मांग की है लेकिन सरकार के लिए इतना वेतन दे पाना संभव नहीं होगा। बापट ने कहा कि राज्य में कुल 51978 सरकारी राशन दुकानें हैं। इसमें से 5600 राशन दुकानदार हड़ताल पर हैं। बापट ने बताया कि रायगड की 1361 राशन दुकानों में से 197, सांगली में 1356 दुकानों में से 725, बीड़ में 1969 दुकानों में 1955, परभणी की 1187 दुकानों में से 764 दुकानें बंद हैं। जबकि उस्मानाबाद के 1072 दुकानदारों में से 609 और लातूर के 1350 दुकानदार एक दिन के हड़ताल पर गए थे। अब इन दुकानदारों ने हड़ताल वापस ले ली है। 

आय बढ़ाने की दृष्टि से कई महत्वपूर्ण फैसले 
बापट ने कहा कि सरकार ने राशन दुकानदारों की आय बढ़ाने की दृष्टि से कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं। राशन दुकानों पर पीओएस मशीन लगा दिया है। इससे राशन कार्ड पर अनाज देने वाले दुकानदारों का मार्जिन (मुनाफा) 70 रुपए से बढ़ा करके 150 रुपए कर दिया गया है। राशन दुकानदारों को सब्जी और फल, दूध समेत अन्य खाद्य पदार्थों को बेचने की अनुमति दी है। राष्ट्रीय और निजी बैंकों से करार करके राशन दुकानदारों को व्यावसायिक प्रतिनिधि का दर्जा दिया गया है। 
 

Created On :   3 April 2018 3:26 PM GMT

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