कोयला खदान को बचाने के लिए फूंका मंत्री का पुतला, तानसी से निकली जन आक्रोश रैली

ministers dummy burned to save coal mine, public outrage rally from Tansi
कोयला खदान को बचाने के लिए फूंका मंत्री का पुतला, तानसी से निकली जन आक्रोश रैली
कोयला खदान को बचाने के लिए फूंका मंत्री का पुतला, तानसी से निकली जन आक्रोश रैली

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा/ जुन्नारदेव। कोयला अंचल में बंद होती खदानों को बचाने के लिए  श्रमिक संगठन और राजनीतिक दल आंदोलन की राह पर है । इसी क्रम में मंगलवार को कांग्रेस और इंटक के संयुक्त तत्वाधान में तानसी से विशाल जनाक्रोश वाहन रैली निकाली गई। यह रैली दमुआ, घोड़ा वाडी, नीमढाना, त्ररू ऑफिस होते हुए जुन्नारदेव पहुंची।
भाजपा पर लगाए गंभीर आरोप
जुन्नारदेव में विशाल जनसभा का आयोजन रैली के दौरान किया गया जनसभा को संबोधित करते हुए सुनील उईके केंद्र और भाजपा सरकार पर खदानों को बंद करने का आरोप लगा उन्होंने कहा कि जब तक केंद्र में कांग्रेस सरकार थी कोयलांचल की खदानों को बंद नहीं होने दिया गया। इसके साथ ही दमुआ में मकान के प्रकरणों में कांग्रेस रंगों के क्षेत्र वासियों के साथ खड़ी प्रधानों को बचाने के लिए भी कांग्रेस लड़ाई लड़ रही यह लड़ाई जब तक जारी रहेगी तब तक कोल प्रबंधन अपने निर्णय को वापस नहीं ले लेता । जनसभा को कांग्रेस और इंटक के पदाधिकारियों ने भी संबोधित किया। इसके बाद वाहन रैली पलाचौर रवाना  हो गई। बस स्टैंड में कांग्रेस के पदाधिकारियों ने केंद्र सरकार के निर्णय के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व कोयला मंत्री का पुतला दहन किया। इसके  बाद रैली की शक्ल में कांग्रेस के पदाधिकारी और कार्यकर्ता अंबाडा पुलिस चौकी पहुंचे। यहां उन्होंने महामहिम राष्ट्रपति के नाम प्रेषित ज्ञापन एसडीएम रोशन राय को सौंपा।इस अवसर पर ब्लॉक कांग्रेस कमिटी अध्य्क्ष घनश्याम तिवारी, छोटू पाठक सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस, इंटक के कार्यकर्ता उपस्थित थे।
मोआरी माइंस में बंद हो रहा है कॉल प्रोडक्शन
कन्हान क्षेत्र की सबसे अधिक कोल उत्पादन देने वाली मोआरी माइंस में वेकोलि प्रबंधन 1 अप्रैल से कोयला उत्पादन बंद करने जा रहा है जिस के विरोध में जुन्नारदेव नगर के व्यापारियों ने भी धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा था । इस खदान के बंद होने के कारण क्षेत्र के व्यापारी भी खासे आक्रोशित है उन्होंने भी वेकोलि प्रबंधन से माइंस को नियमित रूप से संचालित रखने की मांग की है ।
कामगारों पर गिरी स्थानांतरण की गाज-
मोआरी माइंस में लगभग लगभग 1200 कामगार कार्यरत है। माइस में कोल प्रोडक्शन बंद होने की स्थिति में इन कामगारों को कार्य करने के लिए क्षेत्र से बाहर जाना होगा। वेकोलि प्रबंधन में मोआरी माइंस परिसर में इस आशय के नोटिस भी चस्पा कर दिए हैं जिससे इन कामगारों पर स्थानांतरण की तलवार लटक गई है। और कामगारों में हड़कंप मच गया है कामगारों ने भी  नियमित रूप से संचालित किए जाने की मांग वेकोलि प्रबंधन से की है।

Created On :   27 March 2018 4:48 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story