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विदर्भ आत्मबल यात्रा से सरकार पर ‘वार’ करेंगे विधायक आशीष देशमुख

डिजिटल डेस्क, नागपुर। विदर्भ को लेकर भाजपा और मुख्यमंत्री के विरोध में बागी तेवर दिखा रहे पार्टी विधायक आशीष देशमुख ने विदर्भ आत्मबल यात्रा की तैयारी की है। रविवार से यह यात्रा निकाली जाएगी। विदर्भ विकास मामले में सरकार काे असफल ठहराते हुए देशमुख ने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस विकास का प्रयास तो कर रहे हैं, लेकिन विकास कहीं दिख नहीं रहा है। विदर्भ में किसान के बाद युवाओं की आत्महत्या के मामले बढ़ने लगे हैं। अलग राज्य की मांग के साथ कई बार प्रदर्शन और यात्राएं की जा चुकी है। मुख्यमंत्री फडणवीस अब मैग्नेटिक महाराष्ट्र की तैयारी कर रहे हैं। पहले विदर्भ विकास के लिए वाइब्रेंट विदर्भ परिषद के आयोजन की तैयारी चल रही थी। ‘वाइब्रेंट विदर्भ’ का आयोजन किया जाना चाहिए।
नागपुर में उद्योग कहां आए?
देशमुख ने कहा कि साढ़े तीन वर्ष में सरकार और मुख्यमंत्री का औद्योगिक विकास का दावा सार्थक नहीं हुआ। नागपुर में भी उद्योग कहां आए हैं। औद्योगिकीकरण तो आरंभ ही नहीं हो पाया है। पतंजलि का भी काम शुरू नहीं हो पाया है। महाराष्ट्र पर साढ़े चार लाख करोड़ का कर्ज है। ऐसे मे महाराष्ट्र में रहकर विदर्भ का विकास कैसे हो सकता है। छोटे राज्यों में विकास हो रहा है। तेलंगाना का सालाना बजट 24 हजार करोड़ का है। विदर्भ को 7 हजार करोड़ भी नहीं मिलता है। विदर्भ से लोकसभा की 1 और विधानसभा की 4 सीटें कम हुईं हैं। ग्रामीण क्षेत्र में विकास कार्य में सरकारी यंत्रणा विफल हो रही है। गुजरात चुनाव में ग्रामीण क्षेत्र का जो परिणाम सामने आया है, उसे देखते हुए लगता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले बजट में ग्रामीण क्षेत्र के विकास पर अधिक ध्यान देंगे।
तीसरी आघाड़ी की तैयारी
राज्य में तीसरी आघाड़ी की भी तैयारी चलने लगी है। भीमा कोरेगांव प्रकरण के बाद भारिप बहुजन महासंघ के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर ने इस संबंध में आरंभिक विचार रखे हैं। सांसद राजू शेट्टी और अन्य नेता भी तीसरी आघाड़ी पर विचार कर रहे हैं। देशमुख ने कहा कि वे भाजपा में ही हैं। कर्नाटक चुनाव तक फिलहाल कोई रणनीतिक फैसला नहीं लेंगे। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से एक साल पहले विदर्भ राज्य की मांग के साथ चर्चा हुई थी। तब शाह ने कहा था कि मुख्यमंत्री ने इस संबंध में प्रस्ताव नहीं भेजा है। प्रस्ताव मिलने पर ही विचार किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने पहले विदर्भ राज्य की मांग के साथ प्रदर्शन और यात्राएं की थी। उन्हें विदर्भ आत्मबल यात्रा के माध्यम से उन दिनों की याद दिलाई जाएगी। उनका आत्मबल भी बढ़ेगा।
Created On :   7 Jan 2018 3:55 PM IST