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सरसंघचालक के इशारे पर मोदी ने 41 ऑर्डनेंस फैक्ट्री का किया निजीकरण
डिजिटल डेस्क, नागपुर। देश के 41 ऑर्डनेंस फैक्ट्री और सभी सार्वजनिक उद्योगों का निजीकरण करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देशभक्त कैसे? यह सवाल उपस्थित कर कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता मोहन प्रकाश ने मोदी सरकार पर देश का भविष्य बेचने की सुपारी लेने का आरोप लगाया। उन्होंने सरसंघचालक मोहन भागवत के इशारे पर निजीकरण करने का आरोप लगाया।पिछले साल भर में 14 करोड़ रोजगार खत्म हुए। छोटे-छोटे उद्योजक, दुकानदारों का व्यवसाय चौपट हुआ है। इसका प्रमुख कारण ई-कॉमर्स कंपनियां हैं। ई-कॉमर्स कंपनी अमेजॉन ने दो साल में 8 हजार 564 करोड़ रुपए का विधि शुल्क दिया है। यह पैसा रिश्वत के रूप में दिया गया है। वह किसकी जेब में गया, इसका जवाब सरकार दे। ई-कॉमर्स कंपनियों को मुक्त व्यापारियों की छूट देकर मोदी सरकार देश को आर्थिक गुलामगिरी की तरफ ले जा रही है। भारत की रक्षा के लिए ऑर्डनंेस फैक्टरी शुरू की गई थी। युद्ध सामग्री को लेकर भारत आत्मनिर्भर हुआ था। देश की रक्षा की दृष्टि से अतिसंवेदनशील फैक्टरी का मोदी ने निजीकरण किया है। इस अवसर पर विधायक विकास ठाकरे, विशाल मुत्तेमवार, उमाकांत अग्निहोत्री, अतुल कोटेचा, आशीष दुआ, संदेश सिंगलकर, नरेश गावंडे आदि उपस्थित थे।
अडानी की गिरफ्तारी कब
मोहन प्रकाश ने कहा कि एक-दो ग्राम गांजा मिलने पर अभिनेत्री को तीन महीने जेल में रखा गया था। उसके पीछे सीबीआई, एएनआई लगाई गई थी। दूसरी ओर उद्योगपति अडानी के मालकी के गुजरात के बंदरगाह में जहाज पर अमलीपदार्थ पकड़ा गया। लेकिन अदानी को अभी तक सामान्य हिरासत में भी नहीं लिया गया। गुजरात के मुद्रा पोर्ट तस्करी का बड़ा केंद्र है। आयात-निर्यात के सभी व्यवहार अडानी के हाथ में है।
प्रियंका गांधी को रिहा करें
मोदी और योगी दोनों तानाशाह जैसा बर्ताव कर रहे हैं। केंद्रीय गृहराज्यमंत्री आंदोलनकारी किसानों को धमकियां दे रहे हैं। उनके पुत्र ने गाड़ी के किसानों को कुचल दिया। किसान आंदोलन में मारे गए व्यक्तियों के परिवार से मिलने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी को योगी सरकार ने मना किया है। उन्हें नजर कैद में रखा गया है। मोहन प्रकाश ने तत्काल उन्हें छोड़ने की मांग की।
महंगाई नहीं लूटमार
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि महंगाई आती है और जाती है। महंगाई में 100 रुपए की वस्तु पांच से 10 रुपए महंगी होती है। लेकिन यहां सभी वस्तुओं की कीमतें दोगुना हुई हैं। यह महंगाई नहीं मोदी सरकार की लूटमार है। 100 रुपए प्रति लीटर तेल फॉर्च्युन के नाम पर 250 रुपए में बेचा जा रहा है। इस व्यवहार में मोदी सरकार की भागीदार होने का आरोप भी लगाया।
Created On :   5 Oct 2021 9:52 PM IST