उधर पुणे में केन्द्रीय सामाजिक न्यायमंत्री रामदास आठवले ने बुधवार को कहा कि वंचित बहुजन आघाड़ी बहुत छोटी सी पार्टी है, जिसका हमें ही फायदा होगा। इसलिए प्रकाश आंबेडकर हमारे साथ आएं।आठवले ने कहा कि महाराष्ट्र में तीसरी आघाड़ी कामयाब नहीं होती। मैं सभी आघाड़ियों में जाकर आया हूं। वंचित बहुजन आघाड़ी का महाराष्ट्र की राजनीति पर कोई भी असर नहीं होगा। मतों का विभाजन होगा, जिसका फायदा हमें ही होगा। इसलिए आंबेडकर भाजपा को अंदर से मदद करने की बजाय सीधे मदद करें। वह भाजपा के साथ आएं। उन्हें मंत्रिपद मिल सकता है।
बारामती में होगा परिवर्तन
आठवले ने कहा कि बारामती में पिछली बार महादेव जानकर 30 हजार मतों से हार गए। अगर वह कमल के चिन्ह पर चुनाव में उतरते तो यकीनन जीत जाते। इस बार भाजपा की ओर से कांचन कुल चुनाव में उतरी हुई हैं। उनकी जीत निश्चित है। महाराष्ट्र में महायुति को 40 से अधिक सीट मिलने की उम्मीद जताई है।