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MHT CET एग्जाम के लिए 50 हजार अधिक रजिस्ट्रेशन , इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स में भी उत्साह

सौरभ खेकडे ,नागपुर । एमएचटी सीईटी परीक्षा के लिए इस बार 50 हजार 440 रजिस्ट्रेशन मिलने से कॉलेज भी उत्साहित हैं। स्टूडेंट्स को अपने यहां प्रवेेश के लिए कॉलेजों ने हर संभव कोशिशें शुरू कर दी है नागपुर को एरिया अनुसार विभाजित करके कॉलेज के एक सीनियर टीचर को उसकी जिम्मेदारी दी गई है। इस टीचर का काम अपने क्षेत्र में जाकर स्टूडेंट्स के लिए शिविर आयोजित करने, इंजीनियरिंग क्षेत्र के फायदे गिनाने से लेकर उन्हें सीईटी की एडमिशन प्रक्रिया समझाने की जिम्मेदारी दी गई है। इस बार कॉलेज प्रबंधन स्टूडेंट्स को आकर्षित करने का कोई मौका छोड़ना नहीं चाहते। एडमिशन कराने वाले एजेंट का सहारा लेने से भी नहीं चूक रहे। शहर के कई कॉलेजों ने एजेंटों को 25 हजार रुपए प्रति स्टूडेंट्स रेट से प्रवेश लाने को कहा है। यहीं नहीं कई नामी गिरामी कॉलेजों ने 11-12वीं कक्षा व एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी करवाने वाले कोचिंग सेंटरों से टाई-अप कर लिया है। ये कोचिंग सेंटर अपने स्टूडेंट्स को कुछ चुनिंदा कॉलेज में प्रवेश करने के लिए ब्रेनवॉशिंग करते नजर आ रहे हैं।
यह है समस्या
पिछले कुछ वर्ष से स्कालरशिप समय पर न मिलने से कॉलेजों और स्टूडेंट्स के बीच टकराव बढ़ गया है। स्कालरशिप न आने के कारण स्टूडेंट्स को अपनी जेब से फीस भरने का दबाव डालने के भी कई मामले बीते दिनों सामने आए थे। अब ऐसे में पालकों और स्टूडेंट्स के मन में यह बात घर कर गई है कि इस पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने के बाद स्कालरशिप समय पर मिलेगी भी या नहीं। वहीं इबीसी के नियमों में बदलाव हुए हैं, तीन या तीन से अधिक भाई-बहन होने पर स्टूडेंट्स को स्कालरशिप नहीं दी जाएगी। इस पशोपेश के बीच स्टूडेंट्स को मना पाना कॉलेजों के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है।
रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 50,000 पार
राज्य उच्च शिक्षा विभाग द्वारा इंजीनियरिंग और फार्मेसी में प्रवेश के लिए एमएचटी सीईटी परीक्षा का आयोजन 10 मई को किया गया है। नागपुर विभाग के 261 परीक्षा केंद्रों पर यह एग्जाम होगी। जानकारी के अनुसार इस बार सीईटी को एमएचटीसीईटी परीक्षा के लिए नागपुर विभाग से बंपर रजिस्ट्रेशन मिले हैं। शुक्रवार शाम तक नागपुर विभाग से 50 हजार 440 स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन पूरा कर लिया था। इस वर्ष राज्य में 1 लाख 58 हजार इंजीनियरिंग सीटें हैं। इसी तरह 11630 फार्मसी की सीटें हैं। नागपुर की स्थिति देखें तो इंजीनियिरिंग की 24000 तो फार्मसी की 870 सीटें हैं। ऐसे में 50000 से अधिक स्टूडेंट्स के फार्म प्राप्त होने को अच्छा संकेत माना जा रहा है। जेईई मेन्स परीक्षा देने वाले स्टूडेंट्स के लिए भी राज्य के इंजीनियरिंग कॉलेजों में 15 प्रतिशत सीटें आरक्षित होंगी।
Created On :   31 March 2018 4:53 PM IST