एमआरआई शुरू... न फिल्म न प्रिंटर, सिर्फ रिपोर्ट से काम चला रहे

एमआरआई शुरू... न फिल्म न प्रिंटर, सिर्फ रिपोर्ट से काम चला रहे
- रिपोर्ट लेकर पहुंच रहे मरीजों से डॉक्टर मांग रहे एमआरआई फिल्म एमआरआई शुरू... न फिल्म न प्रिंटर, सिर्फ रिपोर्ट से काम चला रहे

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। मेडिकल कॉलेज से संबद्ध जिला अस्पताल में 6 करोड़ 75 लाख रुपए कीमत की एमआरआई मशीन इंस्टाल की गई है। मेडिकल कॉलेज प्रबंधन की लापरवाही के चलते लम्बे समय से मशीन बंद थी। कमिश्नर की नाराजगी के बाद आनन-फानन में मेडिकल कॉलेज डीन ने मशीन शुरू कराई है, लेकिन अभी भी मरीजों की परेशानियां कम नहीं हुई है।
यूनिट के हालात यह है कि यहां एमआरआई फिल्म तक नहीं है। एमआरआई जांच के बाद मरीजों को फिल्म नहीं दी जा रही है। एमआरआई फिल्म न मिलने से मरीज का इलाज करने वाले डॉक्टर भी संशय में है कि इलाज कैसे शुरू किया जाए। मरीजों की समस्या और एमआरआई यूनिट में अव्यवस्था के संबंध में चर्चा करने डीन डॉ.जीबी रामटेके से संपर्क किया गया, लेकिन उनका मोबाइल रिसीव नहीं हुआ।
प्रबंधन नहीं ले पाया प्रिंटर-
मेडिकल कॉलेज प्रबंधन एमआरआई मशीन का संचालन नहीं कर पा रहा है। यहां के हालात यह है कि फिल्म खरीद भी ली जाए तो प्रिंट निकालने प्रिंटर नहीं है। 12 दिसम्बर 2020 को मशीन का शुभारंभ किया गया था। शुरूआत से ही प्रबंधन फिल्म और प्रिंटर की व्यवस्था नहीं बना पाया है।
रिपोर्ट में डॉक्टर साइन ही नहीं कर रही-
एमआरआई जांच की रिपोर्टिंग के लिए डॉ.दीपेन्द्र वर्मा को नियुक्त किया गया था। डॉ.वर्मा ने कुछ माह पूर्व नौकरी छोड़ दी। इसके बाद महिला रेडियोलॉजिस्ट को रिर्पोटिंग की जवाबदारी सौंपी गई, लेकिन वे भी रिपोर्ट में साइन नहीं कर रही है। इन्हीं सब अव्यवस्थाओं के चलते मरीज परेशान हो रहे हैं।

Created On :   2 April 2022 10:43 PM IST

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