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इतनी कंगाल हो गई मनपा कि दरवाजा लगाने पैसे नहीं
डिजिटल डेस्क, नागपुर। आक्ट्राय और लोकल बॉडी टैक्स (एलबीटी) के समाप्त होने के बाद से ही नागपुर महानगर पालिका की माली हालत ठीक नहीं है। फंड के कमी के कारण मनपा छोटे-मोटे कामों को भी नहीं कर पा रही है। हालत यह है कि मनपा की प्रशासकीय इमारत में बने शौचालयों के दरवाजों को ठीक करने में उसके पसीने छूट रहे हैं। डीबी स्टार ने 21 जनवरी को ‘दरवाजा पकड़कर बैठो भैया, शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। इसमें में प्रशासन की लापरवाही उजागर की गई थी लेकिन महीनाभर बीत जाने के बाद भी मनपा प्रशासन के कान पर जूं तक नहीं रेंगी। अब तो मनपा आयुक्त भी खजाना खाली होने की दुहाई दे रहे हैं। विकास कार्यो की फाइलों को ही आगे बढ़ने से रोक दिया गया है। ऐसे में क्या शौचालय के दरवाजे भी नहीं लग पाएंगे? यह प्रश्न उन अधिकारियों के समक्ष उत्पन्न हो गया है जो करोड़ों के विकास कार्यों को हाथों-हाथ मंजूरी दे दिया करते थे। पांचवें माले के शौचालय में दरवाजे नहीं लग पाने का कारण भी विचित्र जान पड़ता है। किसी कारपेंटर को दरवाजे लगाने के लिए कहा गया था। खबर प्रकाशित होने के दो दिन बाद यह कारपेंटर अपने साजो-सामान के साथ मनपा की प्रशासकीय इमारत पहुंचा लेकिन वह भी मुख्य दरवाजे के स्टापर के स्क्रू कसने के बाद चला गया।
अब भी लोग हो रहे शर्मसार
सात मंजिला मनपा की प्रशासकीय इमारत के लगभग सभी माले पर शौचालय हैं। सातवें माले पर स्मार्ट सिटी प्रकल्प कार्यालय है। इस माले पर बेहतरीन शौचालय बनाया गया है। केबिननुमा इस शौचालय में निजता का पूरा ध्यान रखा गया है वहीं दूसरी ओर पांचवें माले के शौचालय की हालत खराब है। काफी समय से इस शौचालय के दरवाजे उखड़े हुए हैं। शौच के वक्त दरवाजों को हाथों से थामकर रखना पड़ता है। खुले दरवाजे यहां आने वालों को शर्मसार करते हैं।
Created On :   24 Feb 2020 6:18 PM IST