सरकार ने मरीजों के मुफ्त में किए 1 करोड़ 82 लाख टेस्ट, दो हजार दिव्यांगों को मिलेगा ई-स्मार्ट कार्ड

Nagpur city : two thousand handicapped will get E smart card
 सरकार ने मरीजों के मुफ्त में किए 1 करोड़ 82 लाख टेस्ट, दो हजार दिव्यांगों को मिलेगा ई-स्मार्ट कार्ड
 सरकार ने मरीजों के मुफ्त में किए 1 करोड़ 82 लाख टेस्ट, दो हजार दिव्यांगों को मिलेगा ई-स्मार्ट कार्ड

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश के सरकारी स्वास्थ्य संस्थाओं में निशुल्क प्रयोगशाला परीक्षण निदान योजना के तहत 80 लाख मरीजों का निशुल्क जांच किया गया है। राज्य के 35 जिलों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, ग्रामीण अस्पताल, जिला अस्पतालों को मिलाकर 2315 स्वास्थ्य संस्थाओं में निशुल्क प्रयोगशाला टेस्टिंग की जा रही है। इसके जरिए साल भर में 80 लाख मरीजों की 1 करोड़ 82 लाख 52 हजार 367 टेस्ट किए गए हैं। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री एकनाथ शिंदे ने यह जानकारी दी। शिंदे ने कहा कि मरीजों को विभिन्न बीमारियों के लिए खून, यूरिन, थूक का टेस्ट प्रयोगशाला से करवाना होता है लेकिन इस टेस्ट के लिए आनेवाला खर्च अधिक है। इसके मद्देनजर सरकार ने एचएलएल लाईफ केयर संस्था के साथ करार किया है। इससे मरीजों के विभिन्न टेस्ट निशुल्क किया जाता है। शिंदे ने बताया कि सरकारी स्वास्थ्य संस्थाओं में प्रयोगशाला टेस्टिंग की सुविधा उपलब्ध होने से मरीजों को बाहर नहीं जाना पड़ता है। उनके समय और खर्च की बचत हो रही है। 
 

दो हजार दिव्यांगों को मिलेगा ई-स्मार्ट कार्ड

उधर नागपुर में कलेक्टर अश्विन मुदगल के नेतृत्व में दिव्यांगों को प्रमाण-पत्र उपलब्ध करवाने हेतु मिशन जीरो पेंडेंसी विशेष मुहिम चलाई जा रही है। इसमें 2 हजार दिव्यांगाें को ई-स्मार्ट कार्ड का वितरण किया जाएगा। 18 फरवरी को मनपा मुख्यालय सभागृह  में ई-स्मार्ट कार्ड का वितरण का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में महिला व बालकल्याण समिति सभापति प्रगति पाटील, उपसभापति विशाखा मोहोड, मनीषा अतकरे, रश्मी धुर्वे, दिनेश यादव, उपायुक्त डॉ. रंजना लाडे, समग्र शिक्षा व जिला अपंग पुनर्वसन केंद्र के समन्वयक अभिजीत राऊत उपस्थित थे।

सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ लेने के लिए दिव्यांगों के पास मेडिकल सर्टिफिकेट जरूरी है। इसे ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी कार्यालय ने 6 हजार दिव्यांगों को प्रमाण-पत्र जारी करने का लक्ष्य तय किया है। इसी में शहर के 2 हजार दिव्यांगों को ई-स्मार्ट कार्ड दिए जाएंगे। ई-स्मार्ट कार्ड रहने पर दिव्यांगों को अन्य दस्तावेजों की आवश्यकता नहीं रहेगी। आईआरसीटीसी द्वारा रियायत पर ऑनलाइन टिकट खरीदी की जा सकेगी। उन्हें टिकट के लिए कतार में लगने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। दिव्यांगों को ई-स्मार्ट कार्ड के लिए रेलवे का रियायत प्रमाण-पत्र, पहचान-पत्र की छायांकित प्रति, बर्थ प्रूफ, एड्रेस प्रूफ, दो पासपोर्ट फोटो आदि स्वयं सत्यापित कर जमा करने होंगे। मनपा के समाज कल्याण विभाग, जिला अपंग पुनर्वसन केंद्र से दस्तावेज कलेक्टर के पत्र के साथ रेलवे को भेजे जाएंगे। कलेक्टर अश्विन मुदगल व आयुक्त अभिजीत बांगर ने दो हजार यूनिक आईडी कार्ड दिव्यांगों के घर पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। 

विद्यार्थियों को उज्ज्वल भविष्य के सिखाए गुर
कक्षा 10वीं, 12 वीं और डिग्री के बाद उज्ज्वल भविष्य क्या विषय पर संगोष्ठी का आयोजन नगरसेवक दुनेश्वर पेठे के जनसंपर्क कार्यालय, हिरवीनगर में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में नगरसेवक पेठे ने कहा कि परीक्षा में जाने से पहले पूर्व नियोजित अध्ययन आवश्यक है। मार्गदर्शन शिविर में संजय नाथे ने भी स्पर्धा परीक्षा और राज्यसेवा मेगाभरती परीक्षा पर मार्गदर्शन किया। कार्यक्रम में विनोद निनावे, डी.पी. सिंह, राकेश अग्रवाल, बंटी रहांगडाले, जाधव उपस्थित थे। सफलतार्थ अमित जेठे, आकाश थेटे, दिलीप गोमासे, शरद साहू एवं एनसीपी कार्यकर्ताओं ने प्रयास किया। 

Created On :   19 Feb 2019 9:09 AM GMT

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