अब 3,200 सीसीटीवी कैमरों से शहर बनेगा अपराधमुक्त, कटेंगे ई-चालान

Nagpur City will now be crime free with 3200 CCTV cameras
अब 3,200 सीसीटीवी कैमरों से शहर बनेगा अपराधमुक्त, कटेंगे ई-चालान
अब 3,200 सीसीटीवी कैमरों से शहर बनेगा अपराधमुक्त, कटेंगे ई-चालान

डिजिटल डेस्क,नागपुर। ट्रैफिक नियमों को तोड़ने वालों की अब खैर नहीं है। शहर में लग रहे 3200 कैमरों से वाहन चालकों की हर गतिविधि पर नजर रहेगी।  स्मार्ट सिटी योजना अंतर्गत शहर में 3200 CCTV कैमरों के साथ नागपुर पुलिस की निगहबानी शुरू हो गई है। शहर यातायात पुलिस विभाग ने शहर में चौराहों पर लगे CCTV कैमरों की 18 अप्रैल के बाद की रिकार्डिंग जांच शुरू कर दी है।  रिकार्डिंग की जांच के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित पुलिस कर्मियों को कार्य पर लगाया गया है।  

रिकार्डिंग को खंगालते समय चौराहे पर यातायात नियमों की अनदेखी जैसे हेलमेट नहीं पहनना, सिग्नल को जंप करना, सिग्नल बंद रहने पर वाहन लेकर जाने वाले वाहन चालकों को ई-चालान की तरह चालान भेजा जाएगा। यातायात पुलिस विभाग के उपायुक्त एस. चैतन्य ने बताया कि अब शहर के चौराहों पर सुबह से शाम तक यह कार्य किया जाएगा।  शहर पुलिस विभाग की ओर से शहर में 3,800 CCTV कैमरे लगाने का लक्ष्य हैं, जिसमें से 3,200 CCTV कैमरे लग चुके हैं और काम करना भी शुरू कर दिया है। 

अपराधमुक्त शहर बनाना लक्ष्य 
नागपुर शहर को अपराधमुक्त शहर बनाने का सपना मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने देखा था। वह चाहते थे कि नागपुर में भी मुंबई, पुणे और हैदराबाद की तरह CCTV कैमरे लगे। CCTV कैमरे को लगाने के पीछे शहर में होने वाली घटनाओं में आरोपियों की धरपकड़ करने में मदद मिले, यह मुख्य उद्देश्य भी शामिल हैं। नागपुर के शहर पुलिस आयुक्त डाॅ. के. व्यंकटेशम के कार्यकाल में पुलिस क्वार्टर निर्माण, अस्पताल का आधुनिकीकरण, नया पुलिस आयुक्तालय के निर्माण के साथ CCTV कैमरों काे लगाए जाने का कार्य शुरू किया गया है।  

ऐसे भेजा जाएगा चालान 
अब CCTV के वीडियो से लिया गया स्क्रीन शॉट का चालान भी वाहन चालकों को भेजा जाएगा। सिग्नल जंप करने वालों को उनके मोबाइल पर मैसेज आ जाएगा। ठीक उसी तरह से जैसे बैंक के एटीएम मशीन से पैसे निकालने पर मैसेज आता है। इसके लिए यातायात पुलिस विभाग ने आरएलबीडी एप्स शुरू किया है। शहर में किसी भी चौराहे पर जहां CCTV कैमरा है, वहां पर सिग्नल जंप करने वाले वाहन चालक का सारा रिकार्ड CCTV कैमरे के कमान सेंटर में बैठे कर्मचारी को पता चल जाएगा। उसके आधार पर वह वाहन चालक के मोबाइल पर चालान का मैसेज भेज देगा। उसके बाद उसे घर पहुंच चालान भी मिलेगा। 

हां, शहर पुलिस की ‘तीसरी आंख’ शुरू 
हां, यह सही है कि पुलिस की यह तीसरी आंख नागपुर में शुरू हो चुकी है। तीसरी आंख के लिए यातायात पुलिस विभाग ने कुछ कर्मचारियों काे विशेष प्रशिक्षित किया है।  नियम का पालन करें और चालान से मुक्त रहें। 
(एस. चैतन्य, पुलिस उपायुक्त, शहर यातायात  पुलिस विभाग)

Created On :   21 April 2018 2:53 PM IST

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