राजस्व वसूली में नागपुर विभाग राज्य में 5वें नंबर पर

Nagpur Division in revenue collection at number 5 in the state
राजस्व वसूली में नागपुर विभाग राज्य में 5वें नंबर पर
राजस्व वसूली में नागपुर विभाग राज्य में 5वें नंबर पर

डिजिटल डेस्क,नागपुर। राज्य की परियोजनाआों को जमीन पर उतारने में जिसका सबसे ज्यादा योगदान है, उस वस्तु व सेवा कर विभाग ने इस साल रिकार्ड 1 लाख 12 हजार 199 करोड़ का राजस्व सरकारी तिजोरी में जमा किया है। इसमें नागपुर विभाग का योगदान करीब 3200 करोड़ का है। राज्य में वस्तु व सेवा कर (जीएसटी) विभाग के 13 विभाग हैं, जिसमें नागपुर विभाग राजस्व वसूली में 5वें नंबर पर हैं।

120 फीसदी वसूली
राज्य सरकार की योजना व परियोजनाओं को पूरा करने में जो निधि लगती है, उस निधि का 65 फीसदी हिस्सा अकेले जीएसटी विभाग से आता है। इस विभाग के दम पर परियोजनाएं पूरी हो पाती हैं। राज्य सरकार ने जीएसटी को साल 2017-18 के लिए 1 लाख 5 हजार 474.92 करोड़ का टार्गेट दिया था। विभाग ने टार्गेट से 20 फीसदी ज्यादा राजस्व की वसूली की है। कुल 120 फीसदी राजस्व वसूली की गई है। अभी इसमें केंद्र सरकार अपनी तरफ से अलग से निधि देगी। 1 जुलाई 2017 से जीएसटी लागू हुआ। जीएसटी में होने वाले नुकसान को पाटने के लिए अगले पांच साल तक केंद्र, राज्य सरकार को अपनी तरफ से निधि देगा।
 
पहले नंबर पर मुंबई
राजस्व वसूली में पहले नंबर पर मुंबई बरकरार है। मुंबई ने 76318.58 करोड़, पुणे ने 9104.09 करोड़, रायगढ़ 4201.59 करोड़, नाशिक 3737.43 करोड़ व नागपुर ने 2888 करोड़ की राजस्व वसूली की। यह आंकडे 28 फरवरी 2018 तक प्राप्त राजस्व के हैं। इसमें मार्च महीने में हुई वसूली जोड़ी नहीं गई है। जीएसटी सूत्रों के अनुसार नागपुर विभाग हर महीने आैसतन 300 करोड़ का राजस्व प्राप्त करता है। इसमें करीब 300 करोड़ आैर जोड़ा जा सकता है। राजस्व वसूली के आंकड़े सेंट्रल जीएसटी से जारी हेाते हैं, इसलिए नागपुर विभाग का 31 मार्च तक का आंकड़ा जारी नहीं हो सका है। हालांकि पूरे राज्य का कुल आंकड़ा 1 लाख 12 हजार 199 करोड़ जारी कर दिया गया है।

वित्त मंत्री ने किया सम्मानित
वित्त मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने टार्गेट से ज्यादा राजस्व वसूल करने पर वस्तु व सेवा कर विभाग का अभिनंदन किया है। मुंबई में जीएसटी के अधिकारियों का अभिनंदन करते हुए अगले वर्ष भी इसी तरह का कीर्तिमान हासिल करने की उम्मीद जताई। वित्त मंत्री ने अभिनंदन पत्र देकर विभाग की सराहना की है।

टीम वर्क का नतीजा
यह टीम वर्क का नतीजा है। टीम वर्क से ही राजस्व प्राप्ति में नया कीर्तिमान स्थापित किया। वित्त मंत्री ने विभाग को बधाई भी दी। नागपुर विभाग भी राजस्व प्राप्ति में पीछे नहीं रहा। जीएसटी लागू होने के बाद अब विभाग स्तर पर राजस्व को देखने की जरूरत नहीं रही है। जीएसटी के माध्यम से पूरे राज्य के लिए ही राजस्व की वसूली होती है।
(वैजनाथ कामठेवाड, सहआयुक्त बिक्री व सेवा कर विभाग, नागपुर)
 

Created On :   26 April 2018 2:58 PM IST

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