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जरा सी बात पर भाई ने भाई को उतारा मौत के घाट
डिजिटल डेस्क, नागपुर। कामठी के स्थानीय नया पुलिस थाना अंतर्गत आने वाले रमानगर परिसर में शौचालय के इस्तेमाल को लेकर हुए विवाद में छोटे भाई ने बड़े भाई पर हथियार से वार कर मौत के घाट उता दिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। रविवार सुबह 11 से 12 बजे के बीच घटी। रमानगर में बोरकर परिवार रहता है। इस परिवार के दो बेटे खुशाल ताराचंद बोरकर (50) और उसका छोटा भाई सुरेश ताराचंद बोरकर (45) एक ही मकान में दो अलग-अलग कमरे में रहते हैं। इन्होंने अपने अलग-अलग शौचालय भी बना रखे हैं। दोनों भाइयों में आपसी तालमेल न होना और विचाराें में भिन्नता होने के कारण पिछले कुछ दिनों से इनमें विवाद चल रहा था। रविवार की सुबह करीब 11 से 11.30 बजे के बीच ‘मेरे शौचालय का इस्तेमाल क्यों किया’ इस बात को लेकर दोनों भाइयों के बीच विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि, सुरेश ने हथियार से अपने बड़े भाई खुशाल के हाथ, पेट और छाती पर वार किया। इसके तुरंत बाद सुरेश वहां से भाग निकला। वहीं खुशाल का 12 वर्षीय मतिमंद बेटा वहीं बैठकर यह सब नजारा देखने के बाद जोर-जोर से चीखने लगा। चीख सुनकर आस पड़ोस के लोग इकट्ठा हो गए। खुशाल को घायल अवस्था में देख वहीं के कुछ नागरिकों ने उसे तुरंत नजदीक के उपजिला अस्पताल ले गए। जहां पर डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मामले में पुलिस ने आरोपी हमलावर सुरेश के बेटे को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया। मृतक की पत्नी सीमा बोरकर ने कामठी के नए थाने में मामले की जानकारी देकर शिकायत दर्ज कराई।
पत्नी और बेटा करते रहे भगवान से प्रार्थना
मृतक खुशाल बोरकर की पत्नी सीमा अपने 12 वर्षीय राजा नामक बेटे के साथ इसी घर में रहते थे लेकिन, बचपन से ही बेटे का दिमागी संतुलन ठीक नहीं होने से मृतक खुशाल उसकी काफी देखभाल करता था, दोनों एक दोस्त की तरह रहते थे। इन दोनों की चर्चा अक्सर गांव में होती थी। घटना के दिन इसी बेटे की आंखों के सामने उसके पिता पर हमला किया गया। यह देखकर उसका दिल दहल गया। खुशाल का शव जब अस्पताल में ले गए तब तक खुशाल की पत्नी और बेटे को उनकी मौत की खबर नहीं दी गई। यह दोनों अस्पताल के बाहर बैठकर भगवान से पत्नी अपने पति की और बेटा अपने पिता की सलामती की दुआ मांगते नजर आ रहे थे लेकिन, जब इन्हें खुशाल की मौत की खबर सुनाई गई तो इनके पैरों तले जमीन खिसक गई। यह मंजर देखकर वहां मौजूद लोग भी कुछ देर के लिए भावुक हो गए थे।
तीन माह में 4 घटनाएं
सोमवार 21 अक्टूबर को चुनाव होने जा रहे हैं। ऐसे में एक दिन पहले कामठी के रमानगर में हत्या जैसी घटना होने से पुलिस विभाग भी सकते में है। कामठी शहर में पिछले तीन महीने से हत्या की यह चौथी घटना है। पहली 20 अगस्त को समता नगर परिसर में 19 वर्षीय सौरभ सिद्धार्थ सोमकुंवर नामक युवक की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी। यह घटना भी नए पुलिस थाना अंतर्गत हुई थी। इसके बाद 7 सितंबर को नप के सफाईकर्मी सतीश धामती को सुबह 6 से 7 बजे के बीच तीक्ष्ण हथियारों से वार कर मौत के घाट उतार दिया था। इसके बाद 19 सितंबर को एक मजबूर मां ने अपने 28 दिन के बच्चे की गला घोंट कर हत्या कर दी थी। 2 अक्टूबर को घोरपड शिवार के एक खेत की झाड़ी में पारडी निवासी 17 वर्षीय खुशाल उर्फ कौस्तुक दामोदर सवई की हत्या कर शव को फेंका गया था। एक के बाद एक हत्या की घटनाओं से कामठी शहर फिर चर्चा में आ गया। रमानगर परिसर में पिछले कुछ दिनों से ऐसी घटना होने से यह परिसर शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है।
Created On :   20 Oct 2019 7:01 PM IST