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चुनावी प्रक्रिया में अटकी मनपा की टैक्स वसूली, कर्मचारी चुनावी ड्यूटी में लगे
डिजिटल डेस्क, नागपुर। आर्थिक तंगी का रोने वाली मनपा की तिजोरी इस बार मार्च महीने भी भरने की कोई गुंजाइश नहीं है। चुनाव प्रशिक्षण के पेंच में प्रापर्टी टैक्स वसूली फंस गई है, क्योंकि प्रापर्टी टैक्स वसूलने वाले नागपुर महानगरपालिका के ज्यादातर कर्मचारियों को चुनाव प्रशिक्षण के लिए भेज दिया गया है। मनपा की तिजोरी में 502 करोड़ में से सिर्फ 185 करोड़ रुपए ही अभी जमा हो सके हैं। मार्च का महीना चल रहा है, लेकिन चुनावी प्रक्रिया के चलते इस माह भी टैक्स वसूली पूर्ण होने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं।
अब 250 करोड़ तक पहुंचने की कोशिश
उल्लेखनीय है कि मनपा ने प्रापर्टी टैक्स वसूलने के लिए अतिरिक्त स्टॉफ लगाने की घोषणा की थी, लेकिन यहां दावा उल्टा पड़ता दिखाई दे रहा है। जो कर्मचारी संपत्ति कर वसूलने के लिए नियुक्त किए गए थे, मनपा प्रशासन को उन्हें भी चुनाव प्रशिक्षण के चलते भेजना पड़ा है। मनपा ने 502 करोड़ रुपए संपत्ति कर वसूलने का लक्ष्य रखा था। कयास लगाए जा रहे थे कि 300 करोड़ रुपए तक की वसूली संपत्ति कर से होगी, लेकिन अब 250 करोड़ रुपए तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है। 31 मार्च में मात्र 13 दिन शेष बचे हुए हैं, इस वजह से मनपा सरकारी संस्थानों से मिलने वाले संपत्ति कर की ओर ध्यान केन्द्रित करती दिखाई पड़ रही है। इधर कई कर्मचारियों ने चुनावी ड्यूटी से बचने के लिए आवेदन करते दिख रहे हैं कोई अपनी बीमारी का कारण बता रहा है तो कोई और वजह बता कर चुनावी पचड़े से बचने की जुगत जुड़ा रहा है।
क्या कहते हैं आंकड़े
-502 करोड़ लक्ष्य था, 300 करोड़ जमा करने की संभावना थी।
-15 मार्च तक 185 करोड़ रुपए मनपा की तिजोरी में जमा हुए।
-5 लाख 78 हजार 104 संपत्तियों का सर्वे किया गया।
-4 लाख 78 हजार 747 संपत्तियों के डिमांड तैयार हो गए।
-4 लाख 10 हजार संपत्तियों का वितरण हो गया।
-6.5 लाख संपत्तियां होने की संभावना जताई जा रही है।
Created On :   19 March 2019 11:44 AM IST