41 कॉलेज बंद, 250 पाठ्यक्रमों की संलग्नता रद्द

Nagpur University : 41 colleges closed, 250 courses canceled
41 कॉलेज बंद, 250 पाठ्यक्रमों की संलग्नता रद्द
41 कॉलेज बंद, 250 पाठ्यक्रमों की संलग्नता रद्द

डिजिटल डेस्क, नागपुर। यूनिवर्सिटी ने शैक्षणिक सत्र 2019-20 की प्रवेश प्रक्रिया शुरू होने के पहले एक बड़ा फैसला लिया है। विश्वविद्यालय ने नागपुर सहित गोंदिया, भंडारा और वर्धा जिले में 41 कॉलेजों की संलग्नता रद्द करके उन्हें बंद करा दिया है। इसके अलावा यूनिवर्सिटी ने इन चार जिलों में चल रहे 88 कॉलेजों में 250 से अधिक पाठ्यक्रमों की संलग्नता रद्द करके विद्यार्थियों को इनमें प्रवेश नहीं लेने के निर्देश दिए हैं। विवि ने विस्तृत लिस्ट अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दी है। हालांकि यूनिवर्सिटी यह सूची चार दिन पूर्व ही अपलोड करने वाला था, उस वक्त यह जानकारी सामने आ रही थी कि यूनिवर्सिटी कुल 93 पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्रतिबंधित कर रहा है, लेकिन चार दिन के विलंब के बाद यूनिवर्सिटी द्वारा जारी की गई सूची लंबी है और इसमें नागपुर और आसपास के कई जाने माने कॉलेजों के नाम है।

यूनिवर्सिटी प्रकुलगुरु डॉ. प्रमोद येवले ने कहा है कि शिक्षकों नहीं होने पर पाठ्यक्रम बंद करने का फैसला हमने शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए लिया है। हमने नागपुर खंडपीठ में शपथपत्र भी दिया था कि जहां शिक्षक नहीं, ऐसे पाठ्यक्रम हम बंद करेंगे। हां, कॉलेज यदि पाठ्यक्रमों के लिए नियमित शिक्षकों की नियुक्ति करते हैं, तो हम प्रतिबंध हटाने पर विचार कर सकते हैं। 

झेलना पड़ रहा है विरोध
दरअसल यूनिवर्सिटीने बीते दिनों कॉलेजों में पढ़ाए जाने वाले पाठ्यक्रमों काे संलग्नता देने 300 से अधिक कॉलेजों में लोकल इंक्वायरी कमेटी (एलईसी) भेज कर निरीक्षण कराया था। 

निरीक्षण में पाई गई त्रुटियां
समिति के निरीक्षण में 148 कॉलेजों में सभी जरूरी सुविधाएं पाई गई थीं, जिससे यूनिवर्सिटी ने उन्हें आगामी शैक्षणिक सत्र में एडमिशन लेने के लिए संलग्नता प्रदान करने का निर्णय लिया था। इसी निरीक्षण में 150 कॉलेजों में विविध त्रुटियां पाई गई थीं, जिन्हें दूर करने के लिए यूनिवर्सिटी ने उन्हें कुछ दिनों का समय दिया था। जिसके बाद विवि ने अब प्रतिबंधित कॉलेजों और पाठ्यक्रमों की सूची जारी कर दी है, लेकिन विवि के इस फैसले का कॉलेज विरोध कर रहे हैं। प्राचार्य फोरम ने बीते दिनों यूनिवर्सिटी कुलगुरु डॉ. सिद्धार्थविनायक काणे से मुलाकात करके निर्णय रद्द करने की मांग की थी, लेकिन यूनिवर्सिटी ने अपना निर्णय कायम रखते हुए यह सूची जारी कर दी है।

Created On :   18 May 2019 8:42 AM GMT

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