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महाराष्ट्र की आर्थिक व्यवस्था को बदल देगा नाणार, फिर भी परियोजना किसी पर थोपेंगे नहीं - सीएम फडणवीस

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नाणार मेगा रिफायनरी परियोजना को महाराष्ट्र की आर्थिक व्यवस्था में बदलाव ला देने वाली परियोजना कहा हैं। फडणवीस ने कहा कि सहमति के बाद ही इस परियोजना को लाने का निर्णय लिया गया है। फिर भी सरकार की मंशा किसी पर परियोजना थोपने की नहीं है। परियोजना की आवश्यकता के संबंध में चर्चा की जाएगी। प्रस्तुतिकरण किया जाएगी। शुक्रवार को विधानसभा में मुख्यमंत्री ने जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रस्तावित नाणार परियोजना साढ़े तीन लाख करोड़ की है।
गुजरात व आंध्रप्रदेश ने भी इस परियोजना की मांग की थी, लेकिन महाराष्ट्र को परियोजना मिली। साढ़े तीन लाख करोड़ के निवेश से महाराष्ट्र की आर्थिक स्थिति बदल जाएगी। जामनगर में एक रिफायनरी परियोजना से पूरे गुजरात की आर्थिक व्यवस्था में बदलाव आया है। उसी तरह नाणार का लाभ महाराष्ट्र को मिलेगा। नाणार परियोजना के लिए लोगों से सहमति ली गई है। सहमति के बाद विरोध होने लगा। विरोध के तहत जो भी मुद्दे सामने लाए जाएंगे, उन पर चर्चा की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नाणार परियोजना के मामले में प्रदूषण के विषय पर भी चर्चा की गई है। स्थानीय नागरिकों से चर्चा के अलावा किसान व विविध संगठनों के मत मांगे गए हैं। प्रदूषण के संबंध में आईआईटी पवई, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संशोधन संस्था नीरी, गोखले इंस्टीट्यूट को नियुक्त किया गया है। इन संस्थाओं की रिपोर्ट आने के बाद लोगों की सारी शंकाएं दूर हो जाएगी।
परियोजना के संबंध में प्रस्तुतिकरण किया जाएगा। लोगों को समझाकर बताएंगे कि किस तरह यह परियोजना राज्य के हित में है, क्यों आवश्यक है। चर्चा से ही समाधान होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि नागपुर मुंबई समृद्धि महामार्ग को लेकर भी पहले विरोध हुआ था, लेकिन चर्चा के बाद विराेध दूर हो गया। नाणार परियोजना में भी विरोध दूर हाेगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि नाणार परियोजना को लेकर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के समक्ष प्रस्तुतिकरण नहीं हुआ है लेकिन उद्योगमंत्री सुभाष देसाई ने प्रस्तुतिकरण देखा है। देसाई शिवसेना के हैं।
Created On :   13 July 2018 4:02 PM IST