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राकांपा का कांग्रेस में विलय को बाताया आधारहीन, मलिक ने कहा- प्रोटोकॉल का पालन नहीं करती बीजेपी
डिजिटल डेस्क, मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ( राकांपा) ने राकांपा के कांग्रेस में विलय की खबरों को तथ्यहीन बताया है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता नवाब मलिक ने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और राकांपा प्रमुख शरद पवार की मुलाकात को लेकर मीडिया में गलत तर्क लगाए गए हैं। मलिक ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि श्री पवार और राहुल गांधी के बीच आगामी विधानसभा चुनाव और राज्य में पड़े भीषण सूखे की बाबत चर्चा हुई है। उन्होने कहा कि दोनों दलों के विलय की बात पूरी तरह से गलत है। चुनाव में मिली करारी हार के बाद राकांपा प्रमुख शरद पवार ने पार्टी नेताओं की बैठक बुलाई है। शनिवार को सुबह 10 बजे राकांपा कोर कमेटी की बैठक यशवंतराव चव्हाण प्रतिष्ठान में होगी। बैठक में लोकसभा चुनाव में मिली हार और विधानसभा चुनाव तैयारिय़ों को लेकर चर्चा की जाएगी। इसके बाद दोपहर 2 बजे से होने वाली बैठक में पार्टी के विधायक, सांसद और लोकसभा चुनाव उम्मीदवारों व कार्यकारिणी पदाधिकारियों के मौजूद रहेंगे।
इस लिए शपथ ग्रहण समारोह में नहीं गए पवार
इसके अलावा नई दिल्ली में आयोजित मोदी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व केंद्रीय मंत्री व राष्ट्रवादी कांग्रेस के अध्यक्ष शरद पवार को उचित सम्मान न दिए जाने पर राकांपा ने एतराज जताया है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा है कि भाजपा सरकार प्रोटोकॉल का पालन नहीं करती। उन्होंने कहा कि इस मामले में कार्रवाई होनी चाहिए। शुक्रवार को मलिक ने कहा कि किसी सरकारी समारोह में कौन कहां बैठेगा, इसको लेकर प्रोटोकॉल तैयार किया गया है। लेकिन लग रहा है कि भाजपा सरकार इसे नहीं मानती। उन्होंने कहा कि गुरुवार को नई दिल्ली में हुए मोदी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह के लिए राकांपा अध्यक्ष पवार को पांचवी पंक्ति का पास दिया गया था। इस लिए वे शपथ ग्रहण समारोह में नहीं गए। मलिक ने कहा कि सरकार की जिम्मेदारी है कि महत्वपूर्ण नेताओं के लिए प्रोटोकॉल का पालन किया जाए। उन्हे उचित जगह मिलनी चाहिए। राकांपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि शपथ ग्रहण समारोह में 8 हजार लोगों को बुलाया गया था, यह उनका अधिकार है। लेकिन पवार एक राष्ट्रीय पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री हैं। इस लिए उनका अलग प्रोटोकॉल है। सरकार के रवैए से नाराज मलिक ने कहा कि इस देश में मुंकेश अंबानी, अडानी और फिल्म अभिनेताओं के लिए प्रोटोकॉल लागू नहीं होता। पर मैं जानना चाहता हूं कि भाजपा सरकार में कौन प्रमुख है, अंबानी-अडानी को आगे बैठाना है अथवा देश ने जिनकों अधिकार दिया है उन्हें। उन्होंने कहा कि यह चुक बस हुआ अथवा जानबूझ कर किया गया। यदि गलती से हुआ तो उसे सुधारने की कोशिश क्यों नहीं की गई। मलिक ने कहा कि सरकार स्पष्ट करें कि इस मामले में किसके खिलाफ की जाएगी?
Created On :   31 May 2019 9:51 PM IST