तेंदुए के जबड़े में थी गर्दन, फिर भी खुद को बचाया, कपास चुनने गई छात्रा ने दिखाया साहस 

Neck was in the jaw of the leopard, yet saved herself, student showed courage
 तेंदुए के जबड़े में थी गर्दन, फिर भी खुद को बचाया, कपास चुनने गई छात्रा ने दिखाया साहस 
यवतमाल  तेंदुए के जबड़े में थी गर्दन, फिर भी खुद को बचाया, कपास चुनने गई छात्रा ने दिखाया साहस 

डिजिटल डेस्क, यवतमाल। तेंदुए के जबड़े में खुद की गर्दन फंसी होने के बावजूद एक युवती ने मेटल के पानी के घड़े से तेंदुए पर  इतनी बार वार किए कि तेंदुआ उसकी गर्दन छोड़कर भाग गया। हमले में घायल युवती का नाम वृषालि नीलकंठ  ठाकरे (19) बताया गया है। फिलहाल छुट्टी होने के कारण वृषालि महागांव तहसील के करंजखेड़ गांव में  माता-पिता के साथ खेत में कपास चुनने गई थी। प्यास लगने पर पास के ही नाले पर पानी लाने जा रही थी। उसी समय वहां छुपकर बैठे तेंदुए ने अचानक हमला कर छात्रा की गर्दन जबड़े में दबोच ली। इसके बावजूद उसने पानी लाने के लिए जो मेटल का घड़ा साथ लाया था  उसी से तंेदुए के सिर   पर  एक के बाद एक वार किए। कुछ ही वार में तेंदुए ने उसकी गर्दन छोड़ दी और भाग गया। घटना सोमवार 25 अक्टूबर की  दोपहर को हुई। वृषालि पुसद फार्मसी कॉलेज की छात्रा है। घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने से माता-पिता का हाथ बंटाने युवती खेत में कपास चुनने गई थी। कपास चुनते वक्त प्यास लगने से वह खेत के समीप एक नाले से पानी लेने गई। पानी का घड़ा भरकर वापस लौटते वक्त नाले के पास झाड़िंयों में छुपकर  बैठे तेंदुए ने वृषालि पर हमला कर दिया। इस हमले में वृषालि गंभीर रूप से घायल हो गई। उसे पुसद के अस्पताल में लाया गया। घटना की जानकारी परिसर में फैलते ही वृषालि के हिम्मत की सराहना होने लगी।  
 

Created On :   25 Oct 2021 4:36 PM GMT

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