Yavatmal Aarni News: वसुंधरा पदयात्रा एवं पालकी का आर्णी शहर में जगह-जगह किया स्वागत

  • पर्यावरण बचाने का आवाह्न कर निकली पदयात्रा
  • पदयात्रा में हजारों भक्त हुए शामिल
  • आज शहर में किया वृक्षारोपण

Yavatmal Aarni News राजेश माहेश्वरी. रामानंदाचार्य नरेंद्राचार्य द्वारा स्थापित रामानंद संप्रदाय, वसुंधरा पदयात्रा का कल शाम आर्णी तहसील में आगमन हुआ। रैली का जवला में सरपंच प्रणिता आडे, प्रिया तोडसाम शिंदे आदि के हाथों स्वागत किया गया। शुक्रवार को आर्णी शहर में दाखिल होते ही रामानंद संप्रदाय के अनुयायियों ने भावभीना स्वागत किया। इस मौके पर भाजपा के प्रिया शिंदे तोडसाम, श्रीकृष्ण जावलकर एवं राजेश माहेश्वरी के हाथों पौधारोपण किया गया। पश्चात पदयात्रा सुकळी रवाना हुई। मध्यान्ह का भोजन कर वसुंधरा पदयात्रा अपने गंतव्य की ओर रवाना हुई।

उल्लेखनीय है कि नागपुर, श्रीक्षेत्र मोहगांव झिलपी तहसील हिंगणा जिला नागपुर, जगद्गुरु रामानंदाचार्य नरेंद्राचार्यजी द्वारा स्थापित रामानंद संप्रदाय, पूर्व विदर्भ उपपीठ से पैदल दिंडी का प्रस्थान 12 सितंबर 2025 को हुआ है। हजारों भक्त नागपुर से श्रीक्षेत्र नाणिजधाम (रत्नागिरी) तक सैकड़ों किलोमीटर की पैदल यात्रा करेंगे। जगगुरु रामानंदाचार्य नरेंद्राचार्य का 59वां जन्मदिन 21 अक्टूबर 2025 को आ रहा है। यह त्योहार रामानंद संप्रदाय के मुख्य पीठ नाणिजधाम में कई वर्षों से मनाया जाता है, और उस दिन दिंडी नाणिजधाम में दाखिल हो रही है।

पूर्वी विदर्भ के साथ-साथ, तेलंगाना उपपीठ, उत्तर महाराष्ट्र उपपीठ, (नासिक), मराठवाड़ा उपपीठ (परभणी), मुंबई उपपीठ ज़िला (वसई), पश्चिम महाराष्ट्र उपपीठ (पुणे) और गोवा ऐसे 7 उपपीठों से भी इसी तरह के पैदल दिंडी का आयोजन किया गया है। इस पैदल दिंडी को वसुंधरा पैदल दिंडी नाम दिया गया है।

दिंडी के माध्यम से, वर्तमान में अत्यंत महत्वपूर्ण लेकिन उतना ही उपेक्षित ग्लोंबल वार्मिंग के मुद्दे पर प्रकाश डाला जा रहा है, न केवल एक संदेश देते हुए, बल्कि अपने प्रत्यक्ष कार्यों (कृति) के माध्यम से संदेश पहुँचाने का प्रयास किया गया है। आयोजको द्वारा हजारों लोगों को भोजन, आवास, शौचालय और स्नान की सुविधा प्रदान करते हुए इस बात का ध्यान रखा जा रहा है कि पर्यावरण को कोई नुकसान न पहुंचे। कोई भी कचरा पीछे न छूटे। इसलिये इस दिंडी में विशेष सेवकों की एक टीम शामिल की गयी है। इसके साथ में एक शौचालय वैन भी है, साथ ही पीने के पानी और सफाई के लिए पानी ले जाने वाले दो अलग-अलग टैंकर भी दिंडी के साथ हमेशा तैयार रहते हैं। इसके साथ ही, इस दिंडी के माध्यम से प्रतिदिन वृक्षारोपण भी किया जा रहा है।

खास बात यह है कि यह दिंडी सड़क के एक तरफ, एक पंक्ति में, एक लय और ताल के साथ, अपने सांप्रदायिक गजर के साथ, बेहद अनुशासित तरीके से आगे बढ़ रही है। इनकी वेशभूषा भी एक ही रंग-रूप में है। एक लय पर चलते हुए यह दिंडी भीड़ वाले इलाके में ग्लोबल वार्मिंग का संदेश देती नज़र आ रही है। इस प्रकार, वसुंधरा पैदल दिंडी का यह लगातार तीसरा वर्ष है और वह भी दो नई दीडींयों के साथ, जो एक सराहनीय बात है। यह न केवल संस्थान की एक अच्छी पहल है, बल्कि उनकी निरंतरता और दृढ़ता को भी दर्शाता है।

जगद्गुरु रामानंदाचार्य नरेंद्राचार्य की प्रेरणा से अनेक समाज कल्याणकारी गतिविधियां संचालित की जा रही हैं, जैसे राजमार्गों पर एम्बुलेंस सेवा, मरणोपरांत देहदान, मरणोपरांत अंगदान, गरीब बच्चों के लिए निःशुल्क सीबीएसई बोर्ड शिक्षा, सभी जातियों के बालक-बालिकाओं के लिए निःशुल्क वेदपाठ शाला, रक्तदान, व्यसन मुक्ति, आपातकालीन सेवाएं, कमजोर वर्गों का पुनर्वास ऐसी ही अनेक गतिविधियों के लिए रामानंद संप्रदाय हमेशा से जाना जाता रहा है। इन विभिन्न समाज कल्याणकारी गतिविधियों के लिए समाज में विभिन्न स्तरों पर उनकी प्रशंसा भी की जाती है।इस दिंडी का स्वागत रामानंद संप्रदाय के निलेश चालिकवार अभिषेक कदम सह रामानंद संप्रदाय के मान्यवरों ने दिंडी की सफलता हेतु प्रयास किये।


Created On :   19 Sept 2025 5:07 PM IST

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