Yavatmal News: तहसील में बाढ़ जैसी स्थिति, 32 हजार 800 हेक्टेयर फसल बर्बाद, औसत से ज्यादा बारिश

तहसील में बाढ़ जैसी स्थिति, 32 हजार 800 हेक्टेयर फसल बर्बाद, औसत से ज्यादा बारिश
  • औसत से पौने दो गुना बारिश
  • किसानों की आंखों में आसू
  • 32 हजार 800 हेक्टेयर फसल बर्बाद

Yavatmal/ Arni News. राजेश माहेश्वरी. तहसील में लगातार हो रही भारी बारिश ने खरीफ सीजन की फसलों को गम्भीर रूप से प्रभावित किया है। पिछले 6-7 दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण सोयाबीन, कपास और तुअर की फसलें पानी में डूब गई हैं।इस बार श्रावण मास की शुरुआत में बारिश नहीं होने से फसलें मुरझा गई थीं। बाद में पोला पर्व के आसपास हुई बारिश से किसानों को राहत मिली थी, लेकिन उसके बाद से जारी लगातार बारिश ने फसलों को तबाह कर दिया। कपास के पौधों के पत्ते और फूल झड़ गए हैं, बोंड सड़ रहे हैं। सोयाबीन पर 'पीला मोज़ेक' रोग का असर बढ़ने से किसान और भी चिंतित हैं।

कुछ खास बिन्दु

  • बारिश का आंकड़ा - 14 सितंबर तक 1065 मिमी बारिश दर्ज, जो औसत (624 मिमी) से 188% अधिक।
  • फसल का नुकसान - 32,800 हेक्टेयर में लगी खरीफ फसलें प्रभावित।
  • सबसे अधिक प्रभावित फसलें- सोयाबीन और कपास।
  • किसानों की हालत- दिवाली की तैयारियाँ और अन्य कामकाज ठप, मुआवजे की मांग।

अरुणावती और अडाण नदियां पूरे उफान पर हैं। अरुणावती परियोजना के गेट इस महीने चार बार खोले गए, जिससे तटीय गांवों में बाढ़ की स्थिति बनी और हजारों हेक्टेयर भूमि से उपजाऊ मिट्टी बह गई, जिससे खेत बंजर होने लगे हैं।

किसानों की मांग

क्षेत्र के किसान प्रशासन से तुरंत फसल नुकसान का पंचनामा कर मुआवजे की घोषणा करने की मांग कर रहे हैं। स्थानीय विधायक और सांसदों से आग्रह किया गया है कि वे सरकार के सामने गिला अकाल घोषित करने की जोरदार मांग रखें।

सड़क संपर्क बाधित

लगातार बारिश से विठोली-आर्णी मार्ग पर बने पुल के ऊपर से पानी बहने लगा, जिससे यह मार्ग आज सुबह तक बंद रहा।

Created On :   14 Sept 2025 6:08 PM IST

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