- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- मुंबई
- /
- सुप्रीम कोर्ट के वर्तमान न्यायाधीश...
सुप्रीम कोर्ट के वर्तमान न्यायाधीश से कराई जाए लखीमपुर खीरी की घटना की जांच
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्रवादी कांग्रेस के सुप्रीमो शरद पवार ने लखीमपुर खीरी में शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे किसानों को रौंदने की घटना की कड़ी आलोचना की। उन्होंने इस मामले पर केन्द्र और उत्तरप्रदेश सरकार की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आने को लेकर आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि लखीमपुर की घटना किसानों पर हुआ हमला ही है। लिहाजा इसकी सुप्रीम कोर्ट के वर्तमान न्यायाधीश से जांच कराई जानी चाहिए, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए। पवार ने यहां अपने सरकारी आवास पर सुबह मीडिया से बातचीत में कहा कि केन्द्र और उत्तरप्रदेश सरकार ने इस दुर्घटना के बारे में संवेदनहीनता दिखाई है। किसानों का नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांगों को लेकर दिल्ली की सीमा पर शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन चल रहा है। लखीमपुर खीरी में जमा हुए किसान भी अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे थे। लखीमपुर जैसी घटनाओं के माध्यम से किसानों की आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि जनता इसका जवाब जरुर देगी।
नियोजित थी भेंट, लेकिन ऐन समय पर किया इंकार!
बताया जाता है कि राकांपा प्रमुख पवार की केन्द्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल से भेंट करने वाले थे और उनका दोपहर को मुलाकात का समय तय था, लेकिन जानकारी सामने आ रही है कि केन्द्रीय मंत्री ने पवार से अचानक भेंट करने से इंकार कर दिया। हालांकि भेंट से क्यों इंकार किया है, इसकी वजह तो स्पष्ट नहीं है, लेकिन कहा जा रहा है कि पवार का लखीमपुर घटना को लेकर केन्द्र और उत्तरप्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधना उन्हें अच्छा नहीं लगा। इससे वे खफा हो गए। शायद इसी वजह के चलते उन्होंने निर्धारित भेंट से इंकार किया है।
देश में नहीं बचा लोकतंत्र- सांसद राऊत
लखीमपुर खीरी में हुई दर्दनाक घटना को लेकर सारा विपक्ष भडका हुआ है। विभिन्न दलों के नेता पीडितों से मिलने लखीमपुर खीरी जाना चाह रहे है, लेकिन उन्हें रास्ते में ही रोक दिया जा रहा है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को भी हाउस अरेस्ट कर रखा गया है। इस बीच शिवसेना के सांसद संजय राऊत ने मंगलवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की। दोनों के बीच करीब 20 मिनट तक बातचीत हुई। मुलाकात के बाद राऊत ने मीडिया से बातचीत में सवाल उठाते हुए कहा कि क्या देश में लोकतंत्र बचा हुआ है? उन्होंने कहा कि राहुल के साथ उनकी कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई है, लेकिन सभी बाते बताई नहीं जा सकती। कुछ बातें हमारे बीच रहने दिजिए। उनसे यह पूछे जाने पर कि क्या विपक्ष दलों का एक प्रतिनिधिमंडल लखीमपुर खीरी जायेगा? इस पर उन्होंने कहा कि इस पर चर्चा हुई है और आप लोगों को जल्द ही इसकी जानकारी मिलेगी
Created On :   5 Oct 2021 8:11 PM IST