लापरवाही: आठ महीने में नहीं डाली153 किमी सीवर लाइन, जनता हो रही परेशानी

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लापरवाही: आठ महीने में नहीं डाली153 किमी सीवर लाइन, जनता हो रही परेशानी



डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। शहर की पक्की सड़कों को खोदकर बिछाई जा रही सीवर लाइन शहरवासियों लिए पिछले चार साल से परेशानी का सबब बनी हुई है। इस प्रोजेक्ट की शुरुआत 2017 में हुई थी लेकिन लक्ष्मी कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा अभी तक महज 50 फीसदी ही काम हो पाया है। सितंबर में डेडलाइन खत्म हो रही है लेकिन कंपनी को अभी भी 153 किलोमीटर सीवर लाइन बिछाना बाकी है।
175 करोड़ के सीवर लाइन प्रोजेक्ट के तहत शहर में 306 किलोमीटर सीवर लाइन का बिछाई जानी है। 21 जुलाई 2017 से प्रोजेक्ट पर शहर में वर्किंग शुरु हुई, लेकिन चार सालों के बाद 306 में से अब तक सिर्फ 153 किलोमीटर (50 प्रतिशत) सीवर लाइन का ही विस्तार हो पाया है। काम की धीमी रफ्तार को लेकर कंपनी और अधिकारियों का अपना ही तर्क है। निविदा की शर्तों के मुताबिक कंपनी को इसी साल सितंबर 2021 तक पूरा काम कंप्लीट करके देना है लेकिन 8 महीने में 153 किलोमीटर सीवर लाइन का विस्तार हो जाएगा। इस सवाल पर कंपनी के अधिकारियों से लेकर निगम अफसरों का जवाब न है।
तीन कारण से जिससे पिछड़ा काम
स्थानीय लोगों का विरोध: शहर में नगर निगम के गठन के साथ ही नई सड़कों का निर्माण किया गया था लेकिन सीवरेज लाइन बिछाने के कारण इसे फिर से तोड़ा जा रहा है। जिसका विरोध स्थानीय लोग कर रहे हैं। जिसके कारण भी नियमित काम नहीं हो पा रहा।
कोरोना काल में काम बंद: मार्च 2020 से जिले में कोरोना संक्रमण के चलते लॉक डाउन लग गया था जिसके कारण तकरीबन 6 महीने तक कामकाज प्रभावित रहा। अन लॉक के बाद जुलाई से वर्किंग शुरु हुई लेकिन प्रोजेक्ट रफ्तार नहीं पकड़ पाया। आज भी वर्किंग धीमी गति से चल रही है।
एक्सपर्ट की कमी: कंपनी के ज्यादातर कर्मचारी कलकत्ता और गुजरात के थे जो कोरोना काल के बाद अपने-अपने शहर वापस लौट गए। वहीं कुछ ने विवादों के चलते भी शहर में काम करने से हाथ खड़े कर दिए। अब एक्सपर्ट की कमी के चलते भी काम कई स्थानों पर रुका पड़ा है। लोकल इंजीनियरों के भरोसे कंपनी काम चला रही है।
इन दो कारणों से शहरवासी परेशान
गड्डों में तब्दील हुई सड़कें: सीवरेज प्रोजेक्ट की वजह से नई बनी सड़कें भी गड्डों में तब्दील हो गई है। शहर की पॉश कालोनियों की सड़कों पर भी सीवरेज लाइन बिछाकर दोबारा इन सड़कों का निर्माण नहीं किया गया।
रेस्टोरेशन में लापरवाही: सीवरेज लाइन विस्तार में कंपनी द्वारा रेस्टोरेशन कार्य में बड़ी लापरवाही बरती जा रही है। जेसीबी से सड़कें खोद दी गई है। जिसके कारण भी लोग परेशान है शिकायत कर थक गए हैं लेकिन कार्रवाई नहीं हो रही।
क्या होगा शहरवासियों को फायदा
फाइव स्टार का तमगा: सीवरेज लाइन के विस्तार के बाद शहर को स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग में फाइव स्टार का तमगा मिल जाएगा। जिससे देश और प्रदेश में छिंदवाड़ा नगर निगम की रैंकिंग में उछाल आएगा।
नदियों में नहीं मिलेगा गंदा पानी: सीवरेज लाइन के विस्तार और सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के निर्माण के बाद शहर से निकलने वाला गंदा पानी शहर के समीप की नदियों में नहीं मिलेगा। जिससे शहर के आसपास होने वाली खेती को भी लाभ पहुंचेगा।
प्रोजेक्ट पर नजर...
- 306 किलोमीटर सीवर लाइन का विस्तार किया जाना है निगम क्षेत्र में
- 175 करोड़ का सीवरेज प्रोजेक्ट हैं नगर निगम छिंदवाड़ा का
- 153 किलोमीटर सीवर लाइन का ही विस्तार हो सका चार साल में
- 8 माह मतलब 30 सितंबर 2021 तक काम पूरा करना है कंपनी को
- 28 एमएलडी का एसटीपी प्लांट बनना है सर्रा में ताकि गंदा पानी नदियों में न मिले
इनका कहना है...
- स्थानीय लोगों के विरोध और कोरोना संक्रमण के बाद आई एक्सपर्ट की कमी के चलते प्रोजेक्ट प्रभावित हुआ है। जिससे वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।
ईश्वरसिंह चंदेली
ईई, नगर निगम, छिंदवाड़ा

Created On :   4 Feb 2021 10:44 PM IST

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