लापरवाही: बेड पर पड़ा रहा शव, चार घंटे बाद चिकित्सक ने की मौत की पुष्टि, परेशान होते रहे परिजन

Negligence: Dead body lying on bed, doctor confirmed death of doctor after four hours, family worried
लापरवाही: बेड पर पड़ा रहा शव, चार घंटे बाद चिकित्सक ने की मौत की पुष्टि, परेशान होते रहे परिजन
लापरवाही: बेड पर पड़ा रहा शव, चार घंटे बाद चिकित्सक ने की मौत की पुष्टि, परेशान होते रहे परिजन


डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। जिला अस्पताल के फीमेल मेडिकल वार्ड में जहर के सेवन से भर्ती एक बालिका की शनिवार सुबह लगभग 10.30 बजे मौत हो गई। अस्पताल के बेड पर शव पड़ा रहा। परिजन व वार्ड स्टाफ मौत की पुष्टि के लिए भटकते रहे। चार घंटे बाद लगभग 1.30 बजे मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर ने मौत की पुष्टि की, तब मृतका का पीएम हो सका।
बताया जा रहा है कि लावाघोघरी के ग्राम डोडिया से एक 19 वर्षीय ममता पिता सुखीराम कवरेती को 14 जनवरी को जहर के सेवन की वजह से जिला अस्पताल लाकर भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान बालिका की शनिवार सुबह लगभग 10.30 बजे मौत हो गई। जहर से मौत की वजह से मृतका का पीएम कराना जरुरी है। लेकिन मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर ने मृतका की मौत की पुष्टि नहीं की और मर्ग इंटीमेशन में हस्ताक्षर भी नहीं किए। दोपहर 1.30 बजे डॉक्टर ने मौत की पुष्टि की। इसके बाद मृतका के पीएम की प्रक्रिया शुरू हो पाई। देर शाम पीएम के बाद परिजन बच्ची का शव लेकर गांव के लिए रवाना हुए।
फाइल लेकर भटकता रहा स्टाफ-
राउंड पर आए डॉक्टर ने मौत की पुष्टि नहीं की तो स्टाफ इमरजेंसी ड्यूटी रूम पहुंचा। नियम के मुताबिक राउंड पर आए डॉक्टर को मौत की पुष्टि करना था। इस वजह से इमरजेंसी ड्यूटी डॉक्टर ने मौत की पुष्टि की प्रक्रिया करने से इनकार कर दिया। इस दौरान स्टाफ मृतका की फाइल और मर्ग इंटीमेशन लेकर भटकता रहा।
 विरोध भी नहीं कर पाए परिजन-
बच्ची की मौत से परिजन इतने आहत थे कि वे इस लापरवाही का विरोध भी नहीं कर पाए। स्टाफ के साथ चिकित्सकों के चक्कर काट रहे परिजनों को इस बात की भी जानकारी नहीं थी कि वे वरिष्ठ चिकित्सकों से इस मामले की शिकायत कर सके।

Created On :   16 Jan 2021 9:50 PM IST

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