एप्लिकेशन बेस है दसवीं का नया पाठ्क्रम, क्यूआर कोड से लैस नई किताबें, जानिए और क्या है खास..

New curriculum is equipped with QR code, quality will increase
एप्लिकेशन बेस है दसवीं का नया पाठ्क्रम, क्यूआर कोड से लैस नई किताबें, जानिए और क्या है खास..
एप्लिकेशन बेस है दसवीं का नया पाठ्क्रम, क्यूआर कोड से लैस नई किताबें, जानिए और क्या है खास..

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश के शिक्षा मंत्री विनोद तावडे ने कहा कि कक्षा दसवीं के नए पाठ्यक्रम की किताबों से विद्यार्थियों की गुणवत्ता बढ़ेगी। कक्षा दसवीं का नया पाठ्क्रम एप्लिकेशन बेस होगा। उन्होंने कहा कि इन किताबों के प्रत्येक पाठ के लिए क्यूआर कोड दिया गया है। डिजिटल पाठ्यक्रम की दिशा की ओर जाने के लिए यह पहल की गई है। क्यूआर कोड की मदद से गांवों के विद्यार्थी इंटनेट के माध्यम से जुड़ सकेंगे। बुधवार को दादर के शिवाजी मंदिर में कक्षा दसवीं के नए पाठ्क्रमों को लेकर चर्चा सत्र का आयोजन किया गया। इस मौके पर तावडे ने महाराष्ट्र राज्य पाठ्युपस्तक निर्मिति और संशोधन मंडल (बालभारती) द्वारा तैयार नए पाठ्यक्रम की नई किताबों का विमोचन किया। इस मौके पर बालभारती के निदेशक सुनील मगर समेत भाषा विशेषज्ञ मौजूद थे।

2018-19 से बदलेगा आठवी-नौवी का पाठ्यक्रम 

तावडे ने कहा कि साल 2018-19 के शैक्षणिक वर्ष से कक्षा आठवीं और कक्षा दसवीं का पाठ्यक्रम बदलेगा। नए शैक्षणिक वर्ष में विद्यार्थियों को नई किताबें मिलेंगी। इससे पहले कक्षा दसवीं का पाठ्यक्रम शैक्षणिक वर्ष 2013-14 में बदला गया था। तावडे ने कहा कि बालभारती पाठ्यक्रम पढ़ रहे विद्यार्थी सीबीएससी और आईसीएससी के विद्यार्थियों को टक्कर दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा दौर में अंग्रेजी भाषा जानना समय की जरूरत है। लेकिन मातृभाषा में प्राथमिक शिक्षा ग्रहण करने से ज्ञान और बढ़ता है। तावडे ने कहा कि पिछले कई सालों से कक्षा सातवीं से दसवीं तक के पाठ्यक्रमों को बदलने की चल रही प्रक्रिया आखिरकार अब पूरी हो चुकी है। तावडे ने कहा कि पहले कक्षा दसवीं के रिजल्ट में उत्तीर्ण और अनुत्तीर्ण लिखा जाता था। लेकिन अब रिजल्ट पर अनुत्तीर्ण का मुहर नहीं लगाया जाता है। रिजल्ट पर उत्तीर्ण और कौशल्य सेतू लिखा जाता है। 

Created On :   4 April 2018 4:13 PM GMT

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