अभी फिक्र की कोई बात नहीं , अक्टूबर तक है नागपुर के लिए पर्याप्त पानी

new reservation will be decided in November, enough water till October
अभी फिक्र की कोई बात नहीं , अक्टूबर तक है नागपुर के लिए पर्याप्त पानी
अभी फिक्र की कोई बात नहीं , अक्टूबर तक है नागपुर के लिए पर्याप्त पानी

डिजिटल डेस्क ,नागपुर। नागपुर मनपा प्रशासन ने दावा किया है कि 31 अक्टूबर तक शहरवासियों के लिए पर्याप्त पानी जलाशयों में है। नवंबर में नागपुर के लिए पानी का नया आरक्षण तय होगा। उसके बाद स्पष्ट होगा कि शहर को पर्याप्त पानी मिलेगा या कटौती होगी। फिलहाल मनपा के इस दावे से शहरवासियों की एक बड़ी चिंता दूर हुई है। हाल ही में पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने यह कहकर हड़कंप मचा दिया था कि जलाशयों में पीने के लिए सिर्फ 15 दिन का पानी शेष है। इसके बाद से शहरवासी लगातार जलापूर्ति को लेकर आशंकित थे। 

आपको बता दें कि शहर को रोजाना 640 से 650 एमएलडी की जलापूर्ति हो रही है। 220 एमएलडी कन्हान जलशुद्धिकरण केंद्र से और 420-430 एमएलडी के करीब गोरेवाड़ा जलशुद्धिकरण केंद्र -1, 2, 3 यूनिट से पानी नागपुर शहर को मिल रहा है। फिलहाल विदर्भ सिंचाई विकास महामंडल की ओर से नागपुर महानगरपालिका के लिए 190 एमएमक्यूब पानी का आरक्षण तय किया गया है और पिछले अनेक सालों से यह आरक्षण जारी है। इसमें किसी तरह का बदलाव नहीं हुआ है। 1 नवंबर से 31 अक्टूबर तक पानी का यह आरक्षण तय होता है। 

अगले साल तक का पानी है

इस पर निर्णय जलाशयों में जलभंडारण की स्थिति को देखते हुए लिया जाता है। हालांकि इस बार जलाशयों की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। दो दिन पहले हुई झमाझम बारिश के बाद नदी-तालाबों की स्थिति में कुछ सुधार हुआ है। लेकिन जलाशयों की स्थिति में बहुत अधिक फर्क नहीं आया है, खासकर पेंच (तोतलाडोह डैम) में। पेंच का यह इलाका MP से जुड़ा है और MP में अभी भी बारिश का इंतजार है। जब तक वहां के जलाशयों में पर्याप्त जलभंडारण नहीं हुआ है। मनपा के आधिकारियों ने बताया कि फिलहाल अक्टूबर तक हमारे पास पर्याप्त पानी है। 190 एमएमक्यूब पानी का आरक्षण था और अभी 142 एमएमक्यूब पानी शेष है। यह पानी अगले साल तक चल सकता है। लेकिन इस साल बारिश नहीं हुई तो अगले साल जलसंकट का सामना करना पड़ सकता है। स्थिति को देखते हुए नवंबर के बाद से पानी में कटौती करनी पड़ सकती है। बारिश पर निर्भर होगा कि वह शहर में पानी कटौती कराता है या फिर पर्याप्त पानी देता है। नवंबर तक तस्वीर साफ हो जाएगी।

कृषि क्षेत्र होगा सर्वाधिक प्रभावित 

नवंबर में जलापूर्ति (पीने का पानी) के अलावा सिंचाई और उद्योग क्षेत्र का पानी आरक्षण तय होता है। अगर बारिश नहीं होती है और जलाशय में पर्याप्त जलभंडारण नहीं होता है तो सर्वाधिक असर कृषि क्षेत्र पर होगा। राज्य सरकार ने कृषि क्षेत्र को जलापूर्ति, उद्योग के बाद तीसरी प्राथमिकता में रखा है। अगर कटौती करने की नौबत आती है तो सिंचाई क्षेत्र ही सर्वाधिक प्रभावित होगा। इससे फसल उत्पादन पर असर हो सकता है। हालांकि असर जलापूर्ति और उद्योग क्षेत्र पर भी दिखेगा। अगर सिंचाई का पानी कम होता है तो नागपुर महानगरपालिका और उद्योग क्षेत्र को भी पानी का संभलकर उपयोग करना होगा।

 

Created On :   21 Aug 2017 11:52 AM GMT

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