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उद्धव ने कहा- सियासी कार्यक्रम-सभाएं तत्काल करें स्थगित, नाइट कर्फ्यू की संभावना नहीं
डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सभी राजनीतिक दलों और संगठनों से भीड़ जमा होने से बचने के लिए राजनीतिक कार्यक्रम, सभा और मोर्चों को तत्काल स्थगित करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि हमें जनता के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देनी है। अधिक सावधान रहने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कौन त्योहारों और उत्सवों के आयोजन पर पाबंदी लगाना चाहेगा? पर आखिर में लोगों का स्वास्थ्य और जीवन महत्वपूर्ण है। उत्सव बाद में भी मनाए जा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सबकुछ खोलने की मांग करना ठीक है पर कोरोना का खतरा बढ़ता जा रहा है। प्रत्येक व्यक्ति ने नियम और मर्यादा का पालन किया तो दोबारा सख्त पाबंदी लागू करने की नौबत नहीं आएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे बार-बार अपील करनी पड़ रही है क्योंकि कोरोना राज्य में फिर बढ़ रहा है। आने वाले दिन चुनौती पूर्ण होंगे। परिस्थिति नियंत्रण से बाहर न जाने देने की जिम्मेदारी सभी दलों की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र सहित देश में कोरोना की तीसरी लहर दरवाजे पर खड़ी है। केरल में प्रतिदिन 30 हजार नए मरीज मिल रहे हैं। यह खतरे की चेतावनी है। इसे हम सभी लोगों ने गंभीरता से नहीं लिया, तो महाराष्ट्र को बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी। मुख्यमंत्री के आह्वान पर सत्ताधारी राकांपा ने सकारात्मक प्रतिसाद दिया है। राकांपा प्रवक्ता तथा प्रदेश के अल्पसंख्यक विकास मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि पार्टी की ओर से भीड़भाड़ वाला कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा। जबकि प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने कहा कि मुख्यमंत्री को महाविकास आघाड़ी के तीनों दलों को राजनीतिक कार्यक्रम टालने की नसीहत देनी चाहिए। क्योंकि सत्ताधारी शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस के कार्यक्रम लगातार आयोजित किए जा रहे हैं।
वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से प्रशासनिक अधिकारियों से चर्चा
उधर आपदा पुनर्वसन व बहुजन कल्याण मंत्री विजय वडेट्टीवार ने बताया कि कोविड संक्रमण रोकने के लिए राज्य सरकार की ओर लगाए जा रहे प्रतिबंधों के बारे में नई नियमावली दो दिन में सामने आएगी। फिलहाल राज्य में नाइट कर्फ्यू लगाने की संभावना कम है। राज्य में आपदा व राहत के मामले को लेकर सोमवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से प्रशासनिक अधिकारियों से चर्चा की। चर्चा में शामिल आपदा पुनर्वसन व बहुजन कल्याण मंत्री विजय वडेट्टीवार ने बताया कि कोरोना संकट को लेकर राज्य सरकार पूरी तरह से सजग है। आवश्यक उपाययोजनाएं की जा रही है। कोरोना प्रतिबंध की नई नियमावली पर चर्चा हुई है। मुख्यमंत्री ठाकरे इस संबंध में दो दिन में जानकारी दे सकते हैं। नाइट कर्फ्यू के विषय पर कोई चर्चा नहीं की गई है। वडेट्टीवार ने बताया कि बारिश व बाढ़ जैसी आपदाओं से राज्य में 4.30 लाख हेक्टेयर खेती प्रभावित हुई है। आपदा प्रभावित क्षेत्र का पंचनामा तैयार किया जा रहा है। जल्द ही राहत दी जाएगी। फिल्हाल जो राहत तय है, उससे अधिक राहत राशि के लिए विचार चल रहा है । इस संबंध में फिर से बैठक होगी।
गन्ना उत्पादकों को अधिक मुआवजा दिया जाएगा। बाकी प्रभावित क्षेत्राें में समान राहत राशि वितरण की चर्चा हुई है। किसान नेता राजू शेट्टी के आंदोलन को लेकर उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ठाकरे, शेट्टी से चर्चा करनेवाले हैं। त्वरित राहत के लिए 538 करोड़ रुपए जिलाधिकारियों को दिए गए हैं। वडेट्टीवार ने कहा है कि त्योहारों के मौसम को देखते हुए नागरिकों ने कोरोना संबंधी सावधानी का स्वयं पालन करना चाहिए। विविध स्थानों पर भीड़ देखी जाने लगी है। नागरिक स्वयं अनुशासित रहे तो कड़ी पाबंदियों की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। फसलों को नुकसान के संबंध में अब व्यापक स्तर पर उपाययोजना करने की आवश्यकता है। ग्लोबल वार्मिग का प्रभाव हर देश में हैं। कहीं अधिक बारिश होती है तो कहीं बारिश होती ही नहीं। इस स्थिति को देखते हुए पर्यायी फसलों पर भी अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है।
Created On :   6 Sept 2021 5:57 PM IST