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तड़ीपार युवक बच्चों से मंगवाता था भीख, NGO ने कराया मुक्त, भेजा बाल सुधारगृह
डिजिटल डेस्क, नागपुर। देश में भीख मांगना और देना अपराध है। यह जानते हुए भी नागपुर शहर में सड़कों व सिग्नलों पर मासूम बच्चों से भीख मंगवाई जा रही है। शहर की ट्विंकल फाउंडेशन नामक एनजीओ ने छापरू नगर चौक पर रेस्क्यू अभियान चलाकर 6 बच्चों को भीख मांगने से आजादी दिलाई। संस्था के संस्थापक यश गौरखेडे ने बताया कि इन बच्चों से तड़ीपार आरोपी सोनू भीख मंगवा रहा था। यह बात उन बच्चों ने उन्हें खुद बताई। सोनू जिन बच्चों से भीख मंगवाता था, उन बच्चों की उम्र 5 से 10 साल है। सोनू के कहने पर जो बच्चा भीख नहीं मांगता था उसे सोनू सिगरेट के चटके देता था।
गौरखेडे का कहना है कि उनके पास इन बच्चों पर की गई ज्यादती के कुछ वीडियो हैं, जिसमें सिगरेट से जलाए जाने के निशान वाले वीडियो भी हैं। गौरखेडे की पहल पर रेस्क्यू कर छुड़ाए गए इन बच्चों को ट्विंकल फाउंडेशन ने लकड़गंज पुलिस के हवाले किया। पुलिस ने इन बच्चों को बालगृह भेज दिया है। कुछ बच्चों के माता-पिता की तलाश कर ली गई है।
कार्यकर्ताओं को मिली थी जानकारी
संस्था के कार्यकर्ताओं ने बच्चों के बारे में मालूमात निकाला, तब उन्हें पता चला कि इन बच्चों से छापरू नगर चौक पर भीख मंगवाई जा रही है। फाउंडेशन के कार्यकर्ताओं ने क्षेत्र की पुलिस को इस बारे में सूचना देकर रेस्क्यू अभियान चलाने की बात कही। अभियान में 6 बच्चों को भीख मांगने से मुक्ति दिलाई गई। ये बच्चे सोनू के संपर्क में कैसे आए, यह जांच का विषय है। यश गौरखेडे ने बताया कि उनकी संस्था में कार्य करने वाले वाॅलंटियर प्रतीक बरबटे, हिमांशु वानखेडे, नयन ठाकरे, वैभव घरडे, अंतरा सरोडकर, निखिल झाडे, शुभम पसेरकर, राष्ट्रीय महासचिव बरखा पटनायक, शशांक पाटील व शर्मा को इन बच्चों के बारे में जानकारी मिली थी। उसके बाद ही संस्था के कार्यकर्ता रेस्क्यूू ऑपरेशन कर सभी 6 बच्चों को मुक्त करा पाए। कार्यकर्ताओं का यह हौसला देखकर क्षेत्र के कई नागरिकों ने उनके कार्य की सराहना की। इसके पहले भी यह संस्था भीख मांगने वाले बच्चों को सीताबर्डी क्षेत्र में कई बार आजादी दिला चुकी है।
Created On :   21 May 2019 3:34 PM IST