केंद्रीय मंत्रिमंडल में ओहदा कम होने संबंधी चर्चा को खारिज करते हुए केंद्रीय सड़क परिवहन महामार्ग व सूक्ष्म लघु उद्योग मामलों के मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि वे विभाग को लेकर कतई नाराज नहीं हैं। उन्होंने कहा-देश में रोजगार बढ़ाने व बेरोजगारी की समस्या दूर करने के लिए प्रधानमंत्री ने सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्योग मंत्रालय की जवाबदारी दी है। पहले से अधिक जोर देकर काम किया जाएगा। पहले जिन विभागों की जिम्मेदारी संभालते थे उनके नए मंत्रियों के साथ मिलकर पुरानी योजनाओं को आगे बढ़ाएंगे। महाराष्ट्र के सभी सिंचाई प्रकल्प पूरे किए जाएंगे। दोबारा केंद्रीय मंत्री बनाए जाने के बाद शनिवार को गडकरी का प्रथम आगमन हुआ। सुबह 8 बजे विमानतल पर उनके स्वागत के लिए पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले सहित सभी भाजपा विधायक व प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित थे। स्वागत के बाद गडकरी रामनगर स्थित भक्ति आवास पर पहुंचे। उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इस बार केंद्र सरकार और अधिक उत्साह के साथ काम करेगी।
पिछली सरकार में गडकरी को सड़क परिवहन के अलावा शिपिंग, जलसंसाधन व गंगा पुनरुत्थान विभाग की जिम्मेदारी भी दी गई थी। इस बार उन्हें वित्त मंत्री बनाए जाने के कयास लगाए जा रहे थे। सबसे महत्वपूर्ण समझे जानेवाले प्रथम पांच विभागों में गृह,वित्त,रक्षा,विदेश व रेल विभाग आता है। यह भी कहा जा रहा था कि गडकरी को कृषि मंत्री बनाया जा सकता है। लिहाजा यह भी कहा जाने लगा है कि नए मंत्रिमंडल में गडकरी को पदोन्नति नहीं मिली है। विभाग से संबंधित मामले में गडकरी ने कहा है कि उन्हें किसी तरह की नाराजगी नहीं हैं। सड़क परिवहन विभाग में कई बड़ी परियोजनाओं पर काम चल रहा है। चारधाम की महत्वाकांक्षी योजनाएं हैं। 40 किलोमीटर प्रतिदिन सड़क निर्माण का लक्ष्य रखा गया था। फिलहाल 32 किमी प्रतिदिन सड़क निर्माण का काम चल रहा है। 40 किमी के लक्ष्य को पूरा किया जाएगा। गंगा सफाई के लिए की ध्यान दिया जाएगा। 2020 तक गंगा विकास की योजनाओ को पूरा किया जाएगा। जलशक्ति विभाग के मंत्री के सहयोग से सारे प्रकल्प पूरे होंगे। महामार्गों के किनारे 125 करोड़ पेड़ लगाए जाएंगे।