तोतलाडोह में मात्र 30 प्रतिशत पानी, NMC ने तैयार किया 12.09 करोड़ का प्लान

NMC has finally moved to tackle the impending water crisis
तोतलाडोह में मात्र 30 प्रतिशत पानी, NMC ने तैयार किया 12.09 करोड़ का प्लान
तोतलाडोह में मात्र 30 प्रतिशत पानी, NMC ने तैयार किया 12.09 करोड़ का प्लान

 

 

 

 

 

 

 

डिजिटल डेस्क,नागपुर। शहर को जलापूर्ति करने वाले तोतलाडोह जलाशय में सिर्फ 30 प्रतिशत पानी शेष रह गया है। आने वाले दिनों में जलसंकट से बचने के लिए NMC ने 12.09 करोड़ का प्रस्ताव तैयार किया है। 

अब यह है तैयारी
शहर के कुओं को पुनर्जीवित करने, कुओं में विद्युत पंप लगाने, छोटी नल योजना को सुधारने, बोरवेल की खुदाई करने, नये हाइड्रंट लगाने, रेनवॉटर हार्वेस्टिंग करने, पुराने बोरवेलों को ऊंचा करने सहित अनेक योजनाओं पर काम करने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए 12.09 करोड़ रुपए का प्रस्ताव तैयार किया है। राज्य सरकार को भेजकर आर्थिक सहायता मांगी जाएगी। इसमें 1.21 करोड़ रुपए का खर्च मनपा वहन करेगी।

मांग को लेकर चिंता 
पिछले वर्ष बारिश ने धोखा दिया है। नागपुर सहित संपूर्ण विदर्भ के जलाशयों में सूखे जैसी स्थिति है। अक्टूबर-नवंबर में भी जलाशयों में 50 प्रतिशत से कम पानी था। अब फरवरी लग चुका है। अगले महीने से गर्मी और तपेगी। इसके साथ पानी की मांग भी बढ़ेगी। ऐसे में मनपा की चिंताएं अभी से बढ़नी शुरू हो गई है। चिंताएं इसलिए भी बढ़ गई है कि नागपुर को जलापूर्ति करने वाले तोतलाडोह में सिर्फ 30 प्रतिशत पानी शेष है। जुलाई-अगस्त तक इस पानी के भरोसे मनपा को शहर की प्यास बुझानी है। 

अतिरिक्त आरक्षण पर संकट  
दूसरा झटका महाराष्ट्र जलसंपत्ति नियामक प्राधिकरण ने दिया है। मनपा के लिए पेंच जलाशय में रखे गए अतिरिक्त 78 एमएमक्यूब पानी के आरक्षण पर एड. आशीष जैस्वाल ने आपत्ति जताई थी, जिसे लेकर प्राधिकरण ने अतिरिक्त पानी देने को लेकर आपत्ति जताई है। ऐसे में अतिरिक्त आरक्षण पर अब संकट मंडराने लगा है। प्राधिकरण ने मनपा को अपनी व्यवस्था खुद करने कहा है। इस बीच, मनपा ने कन्हान नदी पर बांध बनाने के लिए सर्वेक्षण शुरू कर दिया है। हालांकि यह भविष्य की योजना है। फिलहाल मौजूदा संकट से निपटना है।  

देर से शुरू हो रहा प्रयास
पुराने जलस्रोतों को पुनर्जीवित करने 12.09 करोड़ रुपए की योजना तैयार की जा रही है। यह प्रस्ताव आगामी 9 फरवरी को स्थायी समिति की बैठक में मंजूरी के लिए रखा जाएगा।  हालांकि इसे भी देर से किया जा रहा प्रयास बताया जा रहा है। जानकारों ने कहा कि दिसंबर से पहले ही इन प्रयासों को शुरू करना था ताकि गर्मी में इसका लाभ मिल सके। अभी किए जाने वाले प्रयास गर्मी तक पूरे होंगे, इसकी संभावना कम है। गौरतलब है कि शहर के अनेक भागो में अभी से ही पानी को लेकर हाहाकार मचने लगा है।

Created On :   7 Feb 2018 1:01 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story