पुरानों की चिंता छोड़, अधिकारी नए पौधे रोपने की तैयारी में

No care for old plants, department planning for new plantation program
पुरानों की चिंता छोड़, अधिकारी नए पौधे रोपने की तैयारी में
पुरानों की चिंता छोड़, अधिकारी नए पौधे रोपने की तैयारी में

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा । पौधारोपण के नाम पर फिर से लाखों के बंदरबांट की तैयारी शुरु हो गई है, जबकि पुरानी कार्ययोजना को ही अधिकारी अमलीजामा नहीं पहना पाए हैं। पिछले साल हुए पौधारोपण को बचाने में फेल हुए अफसरों ने इस बार तीन लाख नए पौधे लगाने का टारगेट तय किया है। हर विकासखंड के जनपद CEO को पौधारोपण का टारगेट दिया गया है।

बारिश के साथ ही इस बार 2 लाख 84 हजार 225 पौधों का रोपण किया जाएगा। लेकिन सबसे बड़ी बात है कि पिछले साल रिकार्ड के चक्कर में 6 लाख से ज्यादा पौधारोपण करने दावा करने वाले अधिकारी यह बताने में संकोच कर रहे हैं कि, इनमें से कितने पौधे बच पाए हैं। इस साल बनी कार्ययोजना में अधिकारी इस बार वानिकी पौधों पर सबसे ज्यादा ध्यान दे रहे हैं।  2 लाख 84 हजार में से 1 लाख 52 हजार 700 पौधे सिर्फ इसी प्रजाति के लगाए जाने है, जबकि 1 लाख 31 हजार 525 पौधे फलोद्यान के लगाने का टारगेट तय किया गया है।

अचानक घटाया टारगेट
पौधारोपण को लेकर पहले 3 लाख 22 हजार पौधों को लगाने का टारगेट दिया गया था लेकिन हाल ही में फिर से आए नए आदेश में तकरीबन 40 लाख पौधों को लगाने का टारगेट घटा दिया गया है। अब 2 लाख 84 हजार पौधे लगाए जाने हैं।

संरक्षण की बदइंतजामी से सूखे पौधे
पिछले साल हुए पौधारोपण में बदइंतजामी का ही नतीजा है कि जहां पौधारोपण किया गया था, वहां सिर्फ सरपट जमीन दिखाई देती है। जबकि यह तय किया गया था कि इन पौधों के संरक्षण के लिए स्वयं सेवकों को रखा जाएगा। जो फील्ड में जाकर पौधों का संरक्षण करेंगे। इन्हे मानदेय देने की भी बात कही जा रही थी।

632 पंचायतों के 1031 गांव में लगेंगे पौधे
अधिकारियों ने पौधारोपण के लिए जिले की 632 पंचायतें चिन्हित की है। यह तीन लाख पौधे लगाए जाने हैं। इन 632 पंचायतों के 1031 गांवों में यह पौधारोपण किया जाएगा।

 

Created On :   19 May 2018 7:51 AM GMT

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