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घर पर कोई दवा देने नहीं आया तो संक्रमित खुद केंद्रों पर पहुंच रहे हैं
डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना संक्रमण बेकाबू हो गया है, फिर भी अफसर लापरवाह बने हुए हैं। कोविड जांच केंद्रों पर पर्याप्त सावधानी व सुविधाएं मुहैया कराने के दावों की हवा निकल रही है। भास्कर के 5 रिपोर्टरों ने 6 कोविड जांच केंद्रों की पड़ताल की तो हकीकत सामने आई। इन केंद्रों के नजारे अव्यवस्थाओं की पोल खोल रहे थे। न सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा था, न ही अन्य सुविधाएं ही पर्याप्त थीं। हद तो यह कि दवा के लिए संक्रमित लोग जांच केंद्रों पर पहुंच रहे हैं। उनकी शिकायत है कि दवा घर तक पहुंचाने कोई आया ही नहीं, इसलिए मजबूरी में जांच केंद्र आना पड़ा। इस तरह चलता रहा तो संक्रमण थमने के बजाए और रफ्तार पकड़ेगा।
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं
नंदनवन दर्शन कॉलोनी टेस्टिंग सेंटर पर कोविड नियमों का पालन नहीं हो रहा है। यहां टेस्टिंग और वैक्सीनेशन दोनों होने से लोगों की भीड़ दिखाई दी। कुछ संक्रमित मरीज ऐसे भी देखे गए, जिन्हें घर पर दवा नहीं पहुंचने से वे दवा लेने आए थे। ऐसे लोगों से संक्रमण फैलने का खतरा दिखाई दिया। यहां महिला-पुरुषों को एक ही लाइन में खड़ा किया गया था। सुबह 9.30 बजे 100 लोगों को जांच के लिए टोकन दिया गया था। लोगों को जांच प्रक्रिया पूरी करते दोपहर के ढाई बज जाते हैं। सोशल डिस्टेंसिंग व सैनिटाइज की कोई व्यवस्था नहीं मिली। यहां तक कि बाथरूम की भी व्यवस्था नहीं है, जो है वह सिर्फ स्टाफ के लिए है। एक बेंच पर 4-4 लोग बैठे मिले।
बिना मास्क के ही पहुंच रहे केंद्र पर
पांचपावली पुलिस स्टेशन परिसर में शुरू कोविड टेस्ट सेंटर पर स्थिति ठीक-ठाक दिखाई दी। प्रात: 10 बजे से दोपहर 3 बजे यहां करीब 400 लोगों की जांच होती है। कुछ लोग यहां वैक्सीन लेने और कुछ कोरोना के इलाज के लिए पहुंचे थे। वैक्सीन वालों को बालाभाऊ पेठ स्थित सूतिकागृह भेजा जा रहा था और उपचार के लिए मेडिकल अथवा मेयो अस्पताल में जाने की सलाह दी जा रही थी। कुछ लोग बिना मास्क के ही आए थे। जांच के लिए काफी इंतजार करना पड़ रहा था। दोपहर 3 बजे के बाद जांच रिपोर्ट लेने वालों की यहां भीड़ लगती है। इससे सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन होता है। कुछ लोगों ने जांच के लिए निर्धारित समय में वृद्धि की मांग की।
अब पैकअप हो गया, कल आइए
यह केंद्र रेलवे क्वार्टर के करीब है, इसलिए यहां पर जांच के लिए रोज कई लोग आते हैं। यहां मनपा ने अजनी सामुदायिक भवन में कार्यक्रमों की बुकिंग बंद कर कोविड जांच केंद्र शुरू किया है। यहां पर रजिस्ट्रेशन के लिए केवल दो कुर्सी और टेबल है। सैंपल लेने के लिए एक कियोस्क लगाया गया है। अजनी कम्युनिटी हॉल में दोपहर 1 बजे पहुंचने पर करीब 3-4 लोग मौजूद थे। जांच का समय 9 से 1.30 बजे तक का है, लेकिन जांच 1.30 बजे से पहले ही बंद कर दी गई। आए हुए लोगों को अगले दिन आने के लिए कहा गया। समय से पहले बंद करने के बारे में पूछताछ करने पर जवाब मिला कि अब पैकअप हो गया है। कल आइए।
प्रभाकरराव दटके अस्पताल दो घंटे पहले ही जांच बंद कर दी गई
महल स्थित मनपा के स्व. प्रभाकरराव दटके अस्पताल में टेस्टिंग सेंटर का समय दोपहर 2 बजे तक है, लेकिन यहां 12 बजे ही टेस्टिंग बंद कर दी गई। अस्पताल में प्रवेश करते ही रजिस्ट्रेशन काउंटर है। रजिस्ट्रेशन कराने के बाद पहले माले पर टेस्टिंग रूम है। रूम के बाहर कुछ लोग टेस्टिंग रिपोर्ट का इंतजार करते बैठे थे। उन्होंने बताया कि दो दिन पहले आरटीपीसीआर टेस्ट कराई थी, जिसकी रिपोर्ट के लिए आए हैं। उसमें से कुछ लोगों ने एंटीजन टेस्ट कराई थी। उन्हें एक घंटे से रिपोर्ट के लिए रोका गया था। कमरे में अस्पताल की 3 महिला कर्मचारी पारदर्शी प्लास्टिक से बनाए गए कक्ष में बैठी थीं। उसी के ठीक बाहर रिपोर्ट लिखने में व्यस्त थी। टेस्टिंग से संबंधित पूछताछ करने पर कोई जवाब नहीं दिया गया। कक्ष के अंदर बैठी महिला कर्मचारी टैब में डाटा चेक करने में व्यस्त थी। उसने आरटीपीसीआर टेस्ट दोपहर 12 बजे बंद करने की बात बताई। बताया कि आरटीपीसीआर रजिस्ट्रेशन, टेस्टिंग और टेस्ट रिपोर्ट एक ही समय उसी जगह से दी जाती है, जिससे भीड़ लग जाती है। दोपहर 12 बजे के बाद एंटीजन टेस्ट की जाती है।
डॉ. संजय चिलकर, स्वास्थ्य अधिकारी, मनपा के मुताबिक मनपा के नागरी स्वास्थ्य केंद्रों के सेंटर पर दोपहर 2 बजे तक टेस्टिंग चलती है। अस्पतालों में 5 बजे तक टेस्टिंग का समय है।
दाजी दवाखाना शहीद चौक जगह की है कमी
शहीद चौक के दाजी दवाखाने में मनपा के कोविड टेस्ट सेंटर की स्थिति काफी खराब दिखी। वर्षों से यह उसी पुरानी इमारत में चल रहा है। दवाखाने में इतनी जगह नहीं है कि यहां 20-25 लोग एक साथ बैठ सकें। सुबह भीड़ अधिक होती है, इसलिए दवाखाने के बाहर ग्रीन मैट लगाई गई है, ताकि लोग वहां खड़े रह सकें। दोपहर 1 बजे जब वहां पहुंचे, तो सेंटर खाली था। इक्का-दुक्का लोग ही टेस्ट कराने आए थे। वहां के कर्मचारी के अनुसार हर रोज औसत 40 लोग टेस्ट कराने आते हैं। टेस्ट सेंटर में मनपा के तीन लोग सेवा दे रहे हैं।
आइसोलेशन अस्पताल जांच केंद्र बंद
आइसोलेशन अस्पताल में कोविड जांच और टीकाकरण दोनों की सुविधा थी। यहां पर कोविड केयर सेंटर भी बनाया गया है। यहां कोरोना संक्रमित सामान्य मरीजों को रखा जाता है। इमामबाड़ा क्षेत्र में कोविड की जांच और वैक्सीनेशन के लिए आइसाेलेशन अस्पताल में सुविधा दी गई है। मुख्य और प्रचलित क्षेत्र में होने के कारण यहां पर काेविड जांच और टीकाकरण के लिए भीड़ देखी गई।। शनिवार दोपहर 12.30 बजे मौके पर पहुंचने पर जानकारी मिली कि यहां पर कोविड जांच शुक्रवार से बंद कर दी गई है। इस केंद्र पर केवल टीकाकरण किया जाएगा। केंद्र पर इसको लेकर सूचना भी लगाई गई है।
Created On :   21 March 2021 5:42 PM IST