जबलपुर के किसी भी रेलवे स्टेशन का फिलहाल नहीं होगा निजीकरण - ओवर नाइट व महाकौशल एक्सप्रेस को मंडला तक ले जाने विचार नहीं

No railway station in Jabalpur will be privatized at present
जबलपुर के किसी भी रेलवे स्टेशन का फिलहाल नहीं होगा निजीकरण - ओवर नाइट व महाकौशल एक्सप्रेस को मंडला तक ले जाने विचार नहीं
जबलपुर के किसी भी रेलवे स्टेशन का फिलहाल नहीं होगा निजीकरण - ओवर नाइट व महाकौशल एक्सप्रेस को मंडला तक ले जाने विचार नहीं

डिजिटल डेस्क जबलपुर । जबलपुर में किसी भी रेलवे स्टेशन को निजी हाथों में सौंपने का फिलहाल कोई प्रस्ताव नहीं है। पश्चिम मध्य रेलवे द्वारा कोटा मंडल के दो स्टेशनों को निजी हाथों में सौंपा जा रहा है। जबलपुर-इंदौर ओवर नाइट एक्सप्रेस व जबलपुर-निजामुद्दीन महाकौशल एक्सप्रेस को नैनपुर, मंडला तक चलाने संबंधी एक सवाल पर उन्होंने कहा कि फिलहाल ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है, मगर यात्रियों के दबाव को देखते हुए विचार किया जा सकता है। उक्त बात पश्चिम मध्य रेल के महाप्रबंधक शैलेंद्र सिंह ने सोमवार को पत्रकारों से वर्चुअल चर्चा में कही। जीएम श्री सिंह से जब जबलपुर से रायपुर के लिए बरगी, बालाघाट, नैनपुर, गोंदिया मार्ग से एक नई ओवरनाइट एक्सप्रेस चलाने संबंधी प्रस्ताव पर चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि ऐसा एक प्रस्ताव पश्चिम मध्य रेल जबलपुर से बिलासपुर रेल मुख्यालय को भेजा गया है, हालाँकि उसमें कुछ पेंच आ रहा है।
जुलाई माह में पूरे हो सकते हैं विकास कार्य
 जीएम श्री सिंह ने बताया कि जबलपुर तथा मदन महल में स्टेशन में चल रहे विकास कार्य जुलाई माह के अंत तक पूर्ण कर लिए जाएँगे। इसके साथ ही श्री सिंह ने बताया कि जबलपुर में मेमू ट्रेन चलाने का भी प्रस्ताव प्राप्त हुआ था जिसे रेलवे बोर्ड को भेजा गया है रेलवे बोर्ड से जल्द ही इस प्रस्ताव पर स्वीकृति मिलने की संभावना है। श्री सिंह ने बताया कि पमरे में गुड्स ट्रेन रफ्तार बढऩे से यात्री गाडिय़ों को ज्यादा समय और ट्रैक उपलब्ध हो रहा है पर इसका लाभ समय की बचत के रूप में आ रहा है। इस दौरान सीपीआरओ राहुल जयपुरियार ने भी इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट, ऑपरेशन, ऑक्सीजन एक्सप्रेस एवं वैक्सीनेशन के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारियों पर प्रकाश डाला।
 

Created On :   15 Jun 2021 8:59 AM GMT

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