- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- छिंदवाड़ा
- /
- भावांतर योजना में लापरवाही मंडी...
भावांतर योजना में लापरवाही मंडी सचिव को नोटिस, नापतौल निरीक्षक पर होगी कार्रवाई

डिजिटल डेस्क छिन्दवाड़ा/चौरई । भावांतर योजना में पंजीयन का काम धीमी गति से करना मंडी सचिव और कर्मचारियों को महंगा पड़ गया। लगभग डेढ़ हजार किसानों का अब तक पोर्टल में पंजीयन नहीं होने पर कलेक्टर जेके जैन ने मंडी सचिव और इंस्पेक्टर पर कार्रवाई के लिए निर्देश दिए हैं। कलेक्टर जेके जैन रविवार को अचानक मंडी पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले चना खरीदी केंद्र में जाकर किसानों से चर्चा की। इसके बाद भावांतर योजना से जुड़ी जानकारी मंडी से मांगी। उन्हें पता चला कि भावांतर योजना में मक्का बेचने वाले लगभग डेढ़ हजार से अधिक किसानों का अब तक पोर्टल में पंजीयन नहीं हो पाया है। पंजीयन नहीं होने से इन किसानों को अब तक भावांतर की राशि नहीं मिल पाई हैं। कलेक्टर ने इस मामले में मंडी सचिव विनोद बैक पर कार्रवाई करने के लिए निर्देश दिए हैं। कलेक्टर डेढ़ घंटे तक मंडी की फाइलें खंगालते रहे हैं।
- मंडी के तौलकांटे सत्यापित नहीं
जांच के दौरान कलेक्टर को मंडी में अन्य अनियमतिताएं भी देखने मिली। यहां तौलकांटे सत्यापित नहीं थे। बिना सत्यापित तौलकांटे से मंडी में खरीदी की जा रही थी। इस पर कलेक्टर ने नाराजगी जाहिर की। उन्होंने तौलकांटा सत्यापित नहीं करने पर नापतौल निरीक्षक पर कार्रवाई करने के लिए निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बिना सत्यापित तौलकांटों से व्यापारी किसानों का अनाज खरीद रहे हैं, यह गंभीर गलती है।डेढ़ हजार किसानों का अब तक पोर्टल में पंजीयन नहीं होने पर कलेक्टर जेके जैन ने मंडी सचिव और इंस्पेक्टर पर कार्रवाई के लिए निर्देश दिए हैं।
- चौरई के बजाए चांद का रिकार्डं दिखाया
भावांतर योजना में पंजीयन को लेकर कलेक्टर जेके जैन ने मंडी सचिव से चौरई समिति का रिकार्ड मांगा। इस दौरान मंडी सचिव ने उन्हें चांद उपमंडी का रिकार्ड दिखा दिया। आधा घंटा तक रिकार्ड देखने के बाद कलेक्टर का इस ओर ध्यान गया तो उन्होंने सचिव को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि लापरवाही नहीं चलेगी।
Created On :   23 April 2018 1:32 PM IST