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अब शिक्षक कर्मचारियों पर भी जीपीएस घड़ी से नजर

डिजिटल डेस्क,नागपुर । ड्यूटी के दौरान कामचोरी करने वालों पर लगाम कसने प्रशासन ने कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। सफाई कर्मचारियों के बाद अब शिक्षकों के लिए भी इसे आजमाने की तैयारी चल रही है।उल्लेखनीय है कि सफाई कर्मचारी, एेवजदारों पर नजर रखने के लिए मनपा ने जीपीएस प्रणाली (रिस्ट वॉच) तकनीक अपनाई है। स्थायी समिति की बैठक में इसे मंजूरी प्रदान की गई है। बैठक में मुद्दा उठा कि सफाई कर्मचारियों की तरह मनपा के शिक्षक और डॉक्टर भी लगातार शाला,अस्पतालों से नदारद रहते हैं। इन पर भी जीपीएस के माध्यम से नजर रखने की मांग पार्षदों ने बैठक में की। इस मांग पर स्थायी समिति भी सकारात्मक दिखी।
बैठक में प्रस्ताव मंजूर : मनपा की स्थायी समिति बैठक में काम से नदारद रहने वाले सफाई कर्मचारी, ऐवजदारों पर जीपीएस व जीपीआरएस प्रणाली के तहत रिस्ट वॉच लगाकर उन पर नजर रखने के प्रस्ताव को मंजूर किया गया है। मनपा के स्वास्थ्य विभाग में 3 हजार 593 नियमित सफाई कर्मचारी है। मनपा के आस्थापना पर कार्यरत कर्मचारी हैं। 4 हजार 460 ऐवजदार अर्थात ठेकेदार सफाई कामगार हैं। अनेक कर्मचारी पूरे समय काम नहीं करने, कुछ समय काम करने के बाद निकल जाते हैं। इन सभी पर अब जीओ फेंसिंग ट्रैकिंग प्रणाली के माध्यम से नजर रखी जाएगी। इस अनुसार सफाई कर्मचारियों के हाथ पर घड़ी जैसी मशीन लगाई जाएगी। मशीन जीपीआरएस और जीपीएस दोनों प्रणाली पर काम करेंगी। संबंधित कर्मचारी कितने बजे आया और कितने समय काम किया, यह रिकार्ड पर आएगा।
ढाई करोड़ रुपए सालाना खर्च अनुमानित: इस मशीन पर सालाना 2 करोड़ 34 लाख 48 हजार रुपए खर्च होगा। यह खर्च स्मार्ट सिटी प्रकल्प अंतर्गत एलएन्डटी कंपनी करेंगी। इस खर्च को स्थायी समिति ने मंजूरी दी है। सफाई कर्मचारियों की तरह शिक्षक और डॉक्टरों के लिए भी मशीन खरीदी की सूचना बैठक में की गई। स्थायी समिति ने इस बाबत सकारात्मक भूमिका दिखाने से भविष्य में शिक्षक और डॉक्टरों पर भी जीपीएस प्रणाली के माध्यम से नजर रखी जाएगी।
स्वास्थ्य केंद्र के लिए टाटा का सहयोग : मनपा की स्वास्थ्य सेवा का सशक्तीकरण के लिए टाटा ट्रस्ट ने दिए प्रस्ताव को भी समिति ने मंजूरी दी है। टाटा ट्रस्ट की ओर से 26 में से 8 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को सशक्तीकरण किया जाएगा। इसके बाद चरणबद्ध तरीके से इसमें बढ़ोतरी की जाएगी। स्वास्थ्य केंद्र की ओपीडी से मिलने वाली निधि का टाटा ट्रस्ट व महानगरपालिका आपस में बंटवारा करेंगी। टाटा ट्रस्ट स्वास्थ्य केंद्रों को दवाएं उपलब्ध कराएगी।
खाऊ गल्ली का किराया 20 हजार : गांधीसागर स्थित खाऊ गल्ली तैयार करने का निर्णय मनपा ने तीन साल पहले लिया था। अब खाऊ गल्ली तैयार हो रही है। 45 लाख के 32 आकर्षक स्टॉल तैयार किए जा रहे हैं। आकर्षक रोशनाई की गई है। सोमवार को स्थायी समिति की बैठक में स्थानीय स्टॉल किराये से देने बाबत प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। मनपा ने प्रति स्टॉल 10 हजार रुपए प्रति महीना किराया निश्चित किया है। इसके लिए ईओआई मंगाने स्थायी समिति ने मंजूरी प्रदान की है। इसके अलावा स्टॉल किराए पर लेने 10 हजार रुपए प्रति महीना देखभाल दुरुस्ती शुल्क लिया जाएगा।
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Created On :   13 Dec 2017 11:45 AM IST