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अब हमारी मजबूरी है, घर बचाना जरूरी है
डिजिटल डेस्क, नागपुर. पुलिस तुम्हारी, अदालत तुम्हारी है, लेकिन संविधान हमारा है। अब हमारी मजबूरी है, घर बचाना जरूरी है आदि नारों के साथ प्रदर्शन करते हुए दो संगठनों के मोर्चों ने गुरुवार को विधान भवक पर दस्तक दी। घर बचाओ आंदोलन संविधान हक्क कृति समिति का मोर्चा शशांक पाटिल और यश गौरखेड़े के नेतृत्व में विधानभवन पर पहुंचा था। प्रदर्शनकारी थाली बजाते हुए मोर्चे में आए थे। उनका कहना था कि, नागपुर में 426 झोपड़पट्टिया हैं, जिसमें करीब 15 लाख लोग रहते हैं। यह लोग तीन पीढ़ियों से भी ज्यादा समय से रह रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि, बावजूद प्रशासन ने कुछ बिल्डरों के इशारों पर रातों-रात कुछ झोपड़पट्टियों को ध्वस्त किया है। मोर्चे में शामिल प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी और संभाषणों के जरिए सरकार तक अपनी व्यथा पहुंचाने का प्रयास किया। संविधान प्रस्तावना का सभी सरकारी और गैरसरकारी संस्थाओं में प्रसारण करें
रिपब्लिकशन पार्टी ऑफ इंडिया
बैरिस्टर राजाभाऊ खोब्रागड़े गुट) का मोर्चा संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशवंत तेलंग के नेतृत्व में विधानभवन पर पहुंचा। इस मोर्चे में भी नारेबाजी कर अपनी मांगों को लेकर तीव्र प्रदर्शन किया है। मोर्चे में भी बड़ी संख्या में झोपड़पट्टीवासी शामिल हुए थे।
यह मांगे : झोपड़पट्टी वासियों को मालकी पट्टे वितरित करें, अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई में हुए नुकसान की भरपाई दें, झोपड़पट्टी वासियों को घरकुल योजना का लाभ दें।
आज दो मोर्चे : विधानभवन पर शुक्रवार को दो संगठनों के मोर्चे विविध मांगों को लेकर प्रदर्शन करने वाले हैं। जिसमें जनकल्याण सामाजिक बहुउद्देशीय संस्था का मोर्चा सुरेश डोंगरे के नेतृत्व में प्रदर्शन करेगी, जबकि महादुला संघर्ष समिति का मोर्चा सी.वाझे के नेतृत्व में प्रदर्शन करने वाला है।
Created On :   30 Dec 2022 7:35 PM IST