अब प्री पेड-पोस्टपेड स्मार्ट मीटर करेंगे बिजली की बचत, जितना पैसा - उपयोग उतना

Now pre paid-postpaid smart meters will save electricity
अब प्री पेड-पोस्टपेड स्मार्ट मीटर करेंगे बिजली की बचत, जितना पैसा - उपयोग उतना
अब प्री पेड-पोस्टपेड स्मार्ट मीटर करेंगे बिजली की बचत, जितना पैसा - उपयोग उतना

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश में घरेलू बिजली ग्राहकों को अब स्मार्ट मीटर उपलब्ध कराए जाएंगे। राज्य के नागपुर, औरंगाबाद, मुंबई मनपा परिसर और पुणे जैसे शहरों में प्राथमिक स्तर पर स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। प्रदेश के ऊर्जा मंत्री डॉ नितीन राऊत ने इन प्रमुख शहरों में स्मार्ट मीटर लगाने के निर्देश दिए हैं। मंगलवार को राऊत ने स्मार्ट मीटर योजना की समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि घरेलू बिजली ग्राहकों को मीटिर रिडिंग को लेकर शिकायतों पर ऊर्जा विभाग ने समाधान निकाला है। इसके तहत घरेलू बिजली ग्राहकों को स्मार्ट मीटर उपलब्ध कराया जाएगा। राऊत ने स्मार्ट मीटर के लिए जारी किए गए टेंडर में केंद्र सरकार के निर्देशों के अनुसार संशोधन करने का आदेश दिया। बैठक में ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव सचिव दिनेश वाघमारे, महावितरण के निदेशक (संचालन) संजय ताकसांडे समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।  

प्री पेड-पोस्टपेड होंगे स्मार्ट मीटर 

घरेलू बिजली ग्राहकों को मोबाइल के सिम कार्ड की तरह प्रीपेड और पोस्टपेड स्मार्ट मीटर उपलब्ध कराए जाएंगे। इससे ग्राहक अपने बिजली इस्तेमाल पर नियंत्रण रख सकेंगे। पोस्टपेड मीटर लगवाने वालों को बिजली के इस्तेमाल के आधार पर बिल आएगा। जबकि प्रीपेड मीटर में जितने पैसे जमा हैं उतनी बिजली का उपयोग किया जा सकेगा। इससे बिजली की बचत होगी। स्मार्ट मीटर से ग्राहकों को बिल्कुल सही बिजली बिल दिया जा सकेगा। मीटर में  छेड़खानी करके यदि कोई बिजली चोरी करने का प्रयास किया तो उसकी जानकारी तुरंत मुख्यालय को लग जाएगी। इससे बिजली चोरी रोकना संभव होगा। इससे स्मार्ट तरीके से बिजली के ग्रिड का प्रबंधन भी संभव होगा। दूरस्थ पद्धति से मीटर चालू अथवा बंद किया जाए सकेगा। इससे खर्च पर नियंत्रण होगा।

डॉ.आंबेडकर जीवनप्रकाश योजना का दायरा बढ़ाएं

राऊत ने अनुसूचित जाति व जनजाति समाज के ग्राहकों को नाममात्र दर पर बिजली कनेक्शन देने वाली डॉ. बाबासाहब आंबेडकर जीवनप्रकाश योजना का दायरा बढ़ाने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि जरूरमदों को नाममात्र अनामत राशि देकर बिजली उपलब्ध कराने वाली इस योजना को केवल दो समाज तक सीमित न रखकर व्यापक किया जाए। इस योजना को सर्वसमावेशीय बनाने के लिए प्रस्ताव पेश करें। 

Created On :   21 July 2021 8:17 PM IST

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