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अब पीयूसी भी ऑनलाइन , आरटीओ के सामने लग रही वाहन धारकों की लंबी कतार
डिजिटल डेस्क,नागपुर। लाइसेंस की तरह अब पीयूसी भी ऑनलाइन हो गई है। मंगलवार को आरटीओ के सामने पीयूसी सेंटर पर वाहनधारकों की लंबी कतार देखी गई। इससे पीयूसी बनाने में पारदर्शिता रहेगी। वहीं ऑनलाइन रिकॉर्ड रहने से वाहनधारकों द्वारा नियमित तौर पर पीयूसी निकालने से पर्यावरण को इसका फायदा मिलेगा।
उल्लेखनीय है कि गाड़ी चलाने के लिए लाइसेंस के साथ गाड़ी का इंश्योरेन्स व फिटनेस रहना जरूरी होता है। इसमें महत्वपूर्ण दस्तावेज में पीयूसी शामिल है। जिसे गाड़ी को चेक कर उससे निकलनेवाले धुएं को देखा जाता है। यदि गाड़ी में कार्बन मनोक्साइड का प्रमाण ज्यादा है, तो गाड़ी को पीयूसी नहीं दी जाती है। क्योंकि ऐसी गाड़ी पर्यावरण दूषित करने के लिए जिम्मेदार समझी जाती है। अब तक यह दस्तावेज ऑफ लाइन बनाया जाता था। जिससे इसे बनाने के लिए वाहनधारक ज्यादा मशक्कत नहीं करते थे। कई बार बिना गाड़ी लाये ही पीयूसी प्रमाणपत्र ले लिया जाता था। जिससे प्रदूषण फैलाने में जिम्मेदार रहनेवाली गाड़ियों को भी प्रमाणपत्र मिल जाता था। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। मंगलवार से गाड़ी का यह दस्तावेज ऑनलाइन देने की प्रक्रिया शुरू हुई है। इसमें पहले वाहन की फोटो ली जाती है। इसके बाद इसे चेक किया जाता है। ऑनलाइन प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही वाहनधारक को पीयूसी दी जाती है। ऐसे में अब वाहनधारकों को पीयूसी के लिए गाड़ी लाना जरूरी है।
लंबी कतारें लगी रही
जुर्माने की राशि में बढोत्तरी की दहशत वाहनधारकों में इतनी ज्यादा बन गई है, कि पहले पीयूसी सेंटर पर दिन में दो या चार गाड़ियां ही आती थी। वहीं मंगलवार को शहर आरटीओ के सामने रहनेवाली पीयूसी सेंटर के सामने वाहनधारकों की लंबी कतार देखी गई। पीयूसी सेंटर के संचालक अरविंद लिमये ने बताया कि, गत कुछ दिनों पीयूसी बनानेवालों की संख्या एकाकी बढ़ गई है।बता दें कि विगत दिनों वाहनों को लेकर सरकार द्वारा जारी फरमान से लोगों की नींद उड़ी हुई है। लंबा चौड़ा चालान भरने की बजाए लोग नियमों में चलना ही बेहतर समझ रहे हैं।
Created On :   18 Sept 2019 3:32 PM IST