अब सिंगापुर पैटर्न से होगा घनकचरा प्रबंधन

Now Singapore pattern will be cube waste management in chandrapur
अब सिंगापुर पैटर्न से होगा घनकचरा प्रबंधन
अब सिंगापुर पैटर्न से होगा घनकचरा प्रबंधन

डिजिटल डेस्क,चंद्रपुर। घनकचरा प्रबंधन  के लिए सिंगापुर पैटर्न अमल मं लाने की तैयारी की जा रही है। बता देें कि सिंगापुर ने स्व"छता, सिवरेज, म्हाडा और घनकचरा प्रबंधन संबंधी विकास मॉडल विश्व के समक्ष रखा है। इसी घनकचरा प्रबंधन व स्व"छता अभियान का अभ्यास सिंगापुर दौरे में महापौर और आयुक्त द्वारा किए जाने के बाद चंद्रपुर में सिंगापुर पैटर्न से घनकचरे का प्रबंधन करने पर विचार किया जा रहा है। सूखे कचरे से ऊर्जा व गीले कचरे से गैस तैयार करवाई जाएगी। साथ ही सिंगापुर में जिस तरह स्व"छता के साथ सौंदर्यीकरण व ग्रीनरी पर अधिक जोर दिया गया है, उसी तर्ज पर चंद्रपुर में स्व"छता व ग्रीन सिटी बनाने पर अधिक ध्यान दिया जानेवाला है।

टीम ने पहले किया है सिंगापुर का दौरा
अमृत अभियान के तहत राज्य के चंद्रपुर समेत सोलापुर, अमरावती, पनवेल और लातूर महानगर पालिका के महापौर, आयुक्त और हिंगणघाट, वर्धा, शिर्डी, सांगली, इचलकरंजी नगर परिषद के अध्यक्ष व मुख्याधिकारी सिंगापुर 5 दिवसीय अभ्यास दौरे पर गए। अर्बन डेवलपमेंट डिपार्टमेंट द्वारा आयोजित दौरे में चंद्रपुर महानगर पालिका की महापौर अंजलि घोटेकर व आयुक्त  संजय काकड़े शामिल हुए। उनके साथ नगरविकास मंत्रालय की प्रधान सचिव मनीषा म्हैसेकर, म्हाडा के मिलिंद म्हैसेकर आदि समेत कुल 25 लोगों की टीम 27 जनवरी को सिंगापुर पहुंची। फरवरी को टीम वापस आई है।  
अभ्यास दौरा करके क्षेत्र में आने के बाद महापौर घोटेकर ने बताया कि स्व"छता, सिवरेज, म्हाडा आदि विषयों पर अभ्यास किया गया। सिंगापुर में 50 वर्ष पहले ही स्व"छता पर अधिक ध्यान दिया गया। वहां मिले जनसहयोग के चलते आज सिंगापुर स्व"छता के मामले में विश्व में आगे है। सिंगापुर की स्व"छता व ग्रीन सिटी को देखते हुए शहर के खुली जगह का सौंदर्यीकरण व परिसर को हरितमय बनाया जाएगा। नागरिक इस कार्य में सहयोग दें। सिंगापुर में घनकचरा प्रक्रिया में सूखे कचरे से ऊर्जा तो गीले कचरे से गैस निर्माण की जाती है। ऊर्Óाा निर्माण का कुछ हिस्सा औद्योगिक कंपनी और अन्य घरेलू  में उपयोग होता है। इसी तर्ज पर चंद्रपुर में घनकचरा प्रक्रिया होगी। इसकी मशीनरी लगाने में काफी खर्च होगा। सूखा कचरा सीमेंट फैक्ट्रियों को दिया जाएगा। वहीं गीले कचरे से गैस निर्माण करके प्रारंभिक तौर पर शहर के होटलों को मशीनरी लगवाने के निर्देश दिए गए हैं। 

घनकचरा प्रक्रिया की टेक्नोलॉजी अच्छी 
सिंगापुर अभ्यास दौरे में यह बात ध्यान में आई कि वहां किसी भी काम की ब्लू प्रिंट तैयार होती है। उसके अनुसार वहां काम किया जाता है। घनकचरा प्रक्रिया पर वहां अ"छी टेक्नोलाजी है। इसकी मशीनें काफी महंगी हैं। ऊर्जा निर्माण के लिए रोज 500 मीट्रिक टन कचरा चाहिए और चंद्रपुर शहर में तकरीबन डेढ़ सौ मीट्रिक टन कचरा निकलता है। जिलेभर का कचरा संकलन करने पर ऊर्जा व गैस निर्माण हो सकती है। इसके लिए मशीनरी लगानी पड़ेगी। इस संबंध में विचार कर इसकी रिपोर्ट सरकार को भेजी जाएगी। इस संबंध में निर्णय सरकार लेगी। 
- संजय काकड़े, आयुक्त मनपा

Created On :   8 Feb 2018 3:40 PM IST

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